Logo

19 जुलाई 2025 का अंक ज्योतिष राशिफल

19 जुलाई 2025 का अंक ज्योतिष राशिफल

Aaj Ka Panchang: आज 27 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Short intro- 

Intro- Aaj Ka Panchang 27 July 2025: आज 27 जुलाई 2025 को श्रावण माह का 18वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के शुक्ल पक्ष तिथि तृतीया है। आज रविवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज रविवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 12:00 पी एम से 12:55 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 05:33 पी एम से 07:15 पी एम बजे तक रहेगा। आज हरियाली तीज है। साथ ही वार के हिसाब से आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 27 जुलाई 2025

तिथि- तृतीया

नक्षत्र- मघा

दिन/वार- रविवार

योग- वरियान्

करण- तैतिल और गर 

श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि प्रारंभ- 10:41 पी एम, जुलाई 26

श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि समाप्त- 10:41 पी एम, जुलाई 27

सूर्य-चंद्र गोचर

सूर्य - सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे।

चंद्र - चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

सूर्योदय- 05:40 ए एम

सूर्यास्त- 07:15 पी एम

चन्द्रोदय- 07:57 ए एम

चन्द्रास्त- 09:05 पी एम

आज का शुभ मुहूर्त और योग 27 जुलाई 2025

रवि योग - 04:23 पी एम से 05:40 ए एम, जुलाई 28

ब्रह्म मुहूर्त - 04:17 ए एम से 04:58 ए एम

अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:55 पी एम

विजय मुहूर्त - 02:43 पी एम से 03:38 पी एम

गोधूलि मुहूर्त - 07:15 पी एम से 07:36 पी एम

संध्या मुहूर्त - 07:15 पी एम से 08:18 पी एम

अमृत काल - 01:56 पी एम से 03:34 पी एम

आज का अशुभ मुहूर्त 27 जुलाई 2025

राहु काल - 05:33 पी एम से 07:15 पी एम

गुलिक काल - 03:51 पी एम से 05:33 पी एम

यमगंड - 12:27 पी एम से 02:09 पी एम

वर्ज्य - 12:47 ए एम, जुलाई 28 से 02:28 ए एम, जुलाई 28

विडाल योग - 05:40 ए एम से 04:23 पी एम

गण्ड मूल - 05:40 ए एम से 04:23 पी एम

दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

27 जुलाई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

रविवार का व्रत - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो सूर्य देव को समर्पित है। 

हरियाली तीज - तीज का त्यौहार उत्तर भारतीय महिलाओं द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज प्रमुख हैं। हरियाली तीज भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है और श्रावण माह की शुक्ल पक्ष तृतीया को आती है। इस दिन महिलाएं माता पार्वती की पूजा करती हैं और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। महिलाएं नए वस्त्र पहनकर अपने मायकेवले जाती हैं और तीज के गीत गाते हुए हर्षोल्लास के साथ झूलने का आनंद लेती हैं। इस अवसर पर मायके से सिंधारा भेंट की जाती है, जिसमें मिठाई, घेवर, मेहँदी, चूड़ियां आदि वस्तुएं शामिल होती हैं।

27 जुलाई 2025/आज के उपाय 

रविवार के उपाय - रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा करने से जीवन में ऊर्जा, आरोग्य और सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान सूर्य को जल, अर्घ्य और लाल वस्त्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। रविवार के उपायों में सूर्य मंत्रों का जाप करना, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना और भगवान सूर्य की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से सूर्य ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। रविवार के दिन विशेष रूप से लाल वस्त्र, गुड़ और गेहूं का दान करना लाभदायक होता है।

हरियाली तीज के उपाय - हरियाली तीज के दिन पार्वती और शिव की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन पार्वती और शिव को बेलपत्र, धतूरा और हरी वस्तुएं अर्पित करना शुभ माना जाता है। हरियाली तीज के उपायों में शिव-पार्वती मंत्रों का जाप करना, गौरी पूजन करना और हरी वस्त्र पहनना शामिल है। इन उपायों को करने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। हरियाली तीज के दिन विशेष रूप से हरी वस्त्र, सुहाग सामग्री और फल का दान करना लाभदायक होता है।

........................................................................................................
जानें शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर के बारे में, गुप्त नवरात्रि में यहां जलाई जाती है विशेष दीपमालिका

सनातन परंपरा के अनुसार पृथ्वी पर जहां-जहां सती के अंग या फिर उनसे जुड़ी चीजें वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां- वहां शक्तिपीठ बन गए।

गुप्त नवरात्र में इन पांच मंत्रों से करें मां दुर्गा को प्रसन्न, ऐसे करें जाप

गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।

गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं को लगाएं ये विशेष भोग

गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं का पूजन किए जाने का विधान है। गुप्त नवरात्र का पर्व गृहस्थ से ज्यादा तंत्र, साधना कर्म और योग क्रियाओं के लिए बहुत सही समय माना जाता है।

आषाढ़ मास की नवरात्रि में है जल देवी की पूजा का विशेष विधान, जानें कहा स्थित है इनका मंदिर

आषाढ़ मास की नवरात्रि में एक ऐसी देवी की पूजा का विधान है जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang