30 या 31 दिसंबर, कब है सोमवती अमावस्या? जानें शुभ मुहूर्त

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 27th Dec 2024

सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। सोमवार के दिन पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं।

अमावस्या का मतलब चंद्रमा का दिन होता है। सोमवती अमावस्या पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।

ऐसा माना जाता है कि, अमावस्या के दिन भगवान शिव के साथ-साथ पितरों की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार, सोमवती अमावस्या की तिथि 30 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अमावस्या की तिथि का समापन 31 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 56 मिनट पर होगा।

ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, सोमवती अमावस्या सुबह 30 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।

ब्रह्म मुहूर्त 30 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 16 मिनट से सुबह 6 बजकर 11 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त है।

स्नान-दान मुहूर्त 30 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 19 मिनट तक स्नान-दान मुहूर्त होगा।

विजय मुहूर्त 30 दिसंबर को दोपहर में 1 बजकर 57 मिनट से 2 बजकर 38 मिनट तक विजय मुहूर्त है।