बद्रीनाथ धाम में क्यों नहीं बजाया जाता शंख?
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
27th Nov 2024
भारत के पौराणिक, धार्मिक और प्राचीनतम तीर्थ स्थलों में बद्रीनाथ धाम मंदिर का स्थान बहुत ही खास है।
इसे हिंदू धर्म में सबसे बड़ा धाम माना गया है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने पहुंचते हैं।
भक्त यहां भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा आराधना करते हैं। यहां पर विष्णु जी की पूजा विधि-विधान से की जाती है।
यह भारत के सबसे प्रसिद्ध विष्णु मंदिरों में से एक है। लेकिन इस मंदिर में आरती के दौरान शंखनाद नहीं किया जाता है।
बद्रीनाथ धाम को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर के प्रांगण में एक बार लक्ष्मी जी ध्यान मुद्रा में थी।
उसी दौरान भगवान विष्णु ने शंखचूर्ण नामक दैत्य का संहार किया था।
परंपरा के अनुसार युद्ध विजय के बाद शंखनाद किया जाता है लेकिन लक्ष्मी जी का ध्यान भंग न हो।
इसलिए भगवान ने दैत्य शंखचूर्ण का वध करके शंखनाद नहीं किया। तभी से यहां पर शंख नहीं बजाया जाता है।
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