घर में किस दिशा में होना चाहिए मंदिर?
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
26th Dec 2024
सनातन धर्म में भगवान की पूजा का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी-देवताओं को पूजा जाता है।
रोजमर्रा के कामों में व्यस्त होने के कारण व्यक्ति भगवान को घर में ही विशेष स्थान पर स्थापित कर लेता है।
जिससे भगवान के दर्शन घर में ही हो जाते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी बना रहता है।
लेकिन मंदिर को घर के गलत कोने में रख देने पर व्यक्ति को पूजा का उचित फल भी प्राप्त नहीं होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर में विराजमान भगवान को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए।
पूजा करते समय मुख हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए। दिशा न मिलने पर मुख पश्चिम में कर सकते हैं।
वास्तु के अनुसार, मंदिर की ऊंचाई इतनी होनी चाहिए कि पूजा के समय भगवान के पैर हमारे चेस्ट के बराबर हों।
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