हम मंदिर की घंटी क्यों बजाते हैं, यहां जानिए

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 17th Nov 2024

पौराणिक काल से सनातन धर्म में कई रीति-रिवाज चले आ रहे हैं। हमारी संस्कृति में पूजा-पाठ का अपना अलग महत्व है।

हिंदू धर्म में प्रत्येक देवस्थान पर घंटी और बड़े-बड़े घंटे लगे होते हैं। मंदिर में घंटी बजाने की परंपरा बहुत प्राचीन है।

मान्यता है कि आरती के दौरान अगर घंटी बजाई जाए तो देवता जाग जाते हैं और अपने भक्त की मुराद सुनते हैं।

लोगों का यह भी कहना है कि घंटी बजाने से मन को शांति मिलती है और मन भक्ति में लीन रहता है।

पौराणिक कथा के अनुसार, कलयुग में भगवान साक्षात रूप में न आकर प्रतिमा के रूप में भक्तों पर दृष्टि रखते हैं।

जब प्रतिमा के रूप में भगवान श्री नारायण धरती में आ रहे थे। तब उनके पार्षदों ने उनसे प्रार्थना की कि हमें भी साथ जाना है।

तब भगवान ने कहा कि आप किसी न किसी रूप में मेरे साथ उपस्थित रहेंगे तो भगवान गरुड़ ने घंटी का रूप लिया था।

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