मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व और कथा

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 22nd Nov 2024

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक तौर पर महत्वपूर्ण है। यह भगवान कृष्ण की लीलाओं को स्मरण करने का दिन है।

विशेष रुप से भाद्रपद मास की कृष्ण अष्टमी जिसे भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है।

कृष्ण जी से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। इनके अनुसार कृष्ण वासुदेव और देवकी के आठवें पुत्र थे।

उनके जन्म से पहले देवकी और वासुदेव के सात पुत्रों को कंस ने मार डाला था।

दरअसल, कंस के लिए भविष्यवाणी हुई थी कि देवकी का आठवां पुत्र ही उसकी मृत्यु का कारण बनेगा।

कृष्ण के जन्म पर जेल के दरवाजे अपने आप खुल गए। पहरेदार गहरी नींद में सो गए।

भगवान कृष्ण के पिता वासुदेव उन्हें नंद गांव ले गए। जहां पर उन्होंने श्रीकृष्ण को नंद बाबा और यशोदा को सौंप दिया।

बचपन में ही कृष्ण ने कई असुरों का वध किया। अंत में उन्होंने कंस का वध करके मथुरा की प्रजा को अत्याचारों से मुक्ति दिलाई।

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