मार्गशीर्ष माह में इन बातों का रखें ध्यान, जानें क्या करें और क्या नहीं

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 16th Nov 2024

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह 16 नवंबर से शुरू हो रहा है, जो 15 दिसंबर को पूर्णिमा के दिन समाप्त होगा।

इसी माह में लोगों को कुछ विशेष आचरण और नियमों का पालन करना होता है। जो धार्मिक परंपराओं से जुड़े हैं।

मार्गशीर्ष माह में तुलसी की पूजा करना शुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे को सजाकर उसका पूजन करना शुभ होता है।

इस माह में विभिन्न पूजाएं और व्रत आयोजित किये जाते हैं। जैसे- मासिक शिवरात्रि व्रत, सूर्यदेव पूजा आदि।

इसके अलावा मार्गशीर्ष माह में कई धार्मिक क्रियाएं बढ़ जाती हैं। जैसे- दान, यज्ञ और पुण्य कर्म आदि।

इस माह में भजन और कीर्तन का बहुत महत्व है। इसमें लोग भगवान की भक्ति और नाम के जाप में लगे रहते हैं।

मार्गशीर्ष माह में नदी के घाटों पर स्नान करना शुभ माना जाता है। इस समय सात्विक आहार का पालन शुभ होता है।

इस माह में तामसिक और राजसिक आहार से बचें। अशुद्ध उपाधियों से बचें। साथ ही शुद्धि का ध्यान रखें।

लोगों को इस माह में अपने क्रोध और अहंकार पर नियंत्रण रखना चाहिए। शांति और समर्पण में रहना चाहिए।

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