पीपल के पेड़ की पूजा क्यों होती है, यहां जानें

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 25th Nov 2024

सनातन धर्म में नदियों, पहाड़ों और पेड़-पौधों तक को पूजने की परंपरा है। ये धार्मिक मान्यताओं का हिस्सा है।

इन्हीं के चलते हम पीपल के वृक्ष की कई विशेष मौकों पर पूजा करते हैं। ये सबसे पवित्र वृक्षों में से एक है।

सनातन धर्म में मान्यता है कि कुछ पवित्र पेड़-पौधों की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

ऐसा ही पवित्र पेड़ है पीपल, जिसकी पूजा और परिक्रमा करने का हमारे धर्म में विशेष महत्व है।

मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पीपल के पेड़ में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। जिनमें लक्ष्मी जी और शनिदेव प्रमुख हैं।

पीपल के वृक्ष में त्रिदेव निवास करते हैं। इसकी जड़ में श्रीविष्णु, तने में भगवान शंकर और अग्रभाग में ब्रह्माजी निवास करते हैं।

इन सभी कथाओं और मान्यताओं का सार यही है कि पीपल एक पवित्र वृक्ष है। इसलिए इसकी पूजा की जाती है।

पूजा-पाठ में क्यों बजाते हैं शंख, जानें पौराणिक कथा