पितृ पक्ष में भूलकर न करें ये गलतियां, वरना पितर हो जाएंगे नाराज
गरुड़ पुराण में निहित है कि पितृ पक्ष के दौरान पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से तीन पीढ़ी के पितरों को मोक्ष मिलता है। वहीं पितृ पक्ष में हमें भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए।
गरुण पुराण के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही मदिरा का सेवन भी न करें। आसान शब्दों में कहें तो मांस-मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें।
पितृ पक्ष के दौरान साग, सत्तू, चने की दाल, चना, बेसन आदि चीजों का सेवन न करें। इसके अलावा मसूर की दाल, मूली जैसी चीजों से भी दूर रहें।
घर के बड़े वृद्ध का अपमान न करें। परिवार में किसी का दिल न दुखाएं और न ही मान-सम्मान को ठेस पहुंचाएं। इसके साथ ही पशु-पक्षियों को भी न सताएं।
पितृ पक्ष के दौरान खरीदारी न करें और नए वस्त्र धारण न करें। पितृ पक्ष के दौरान भूलकर भी शुभ कार्य की शुरुआत न करें। ऐसा करने से व्यक्ति को पितृ दोष लग सकता है।
पितृ पक्ष के दौरान बाल और दाढ़ी भूलकर भी नहीं कटवाने चाहिए। यह हमारे पितरों के प्रति समर्पण और श्रद्धा भाव को दिखाता है।
ब्रह्मकपाली तीर्थ है पितरों की मुक्ति का अंतिम द्वार, यहां शिव जी को पाप से मुक्ति मिली थी