प्रदोष व्रत के दिन इन 5 मंत्रों का करें जाप, परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

कार्तिक माह का पहला प्रदोष व्रत 29 अक्टूबर के दिन रखा जाएगा। यह दिन शिव-आराधना के लिए समर्पित है।

धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा से जीवन के सभी दुखों से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

प्रदोष व्रत में कुछ विशेष मंत्रों का जाप करने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसे ही कुछ मंत्र आगे बताए गए हैं।

ॐ नमः शिवायः - यह मंत्र शिवजी का सबसे पवित्र मंत्र है। इसका जाप करने से मन शांत होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

ॐ महादेवाय नमः -  इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।

ॐ कार्तिकेय नमः - कार्तिकेय भगवान शिव के पुत्र हैं। इस मंत्र का जाप करने से कुंडली दोष दूर होगा और विवाह में आ रही बांधा दूर होगी।

ॐ पार्वती नमः - माता पार्वती शिव की पत्नी हैं। इस मंत्र का जाप करने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है।

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यंबकम यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूंः ॐ सः जूं हौं ॐ। यह मृत संजीनवी मंत्र है।

अगर आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो भगवान शिव हमेशा आशीर्वाद बनाए रखते हैं। इसलिए प्रदोष व्रत के दिन महामृत्युंज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।