सभी पापों का नाश करती है पापमोचनी एकादशी, पढ़ें व्रत कथा

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 18th March 2025

पापमोचनी एकादशी चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।

इस दिन भगवान विष्णु और धन देवी माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

शास्त्रों के अनुसार, पापमोचनी एकादशी को पापों से मुक्त करने वाली बताया गया है।

पौराणिक कथा के अनुसार, चित्ररथ नामक एक वन में महर्षि मेधावी तपस्या करते थे।

इस वन में राजा इंद्रदेव के अनुरोध करने पर  कुबेर ने वन महोत्सव का आयोजन किया।

ऋषि मेधावी जो ब्रह्मचर्य का पालन कर करे थे मंहुंदरा अप्सरा की सुंदरता से प्रभावित हुए।

मेधावी को गलती का एहसास हुआ तो वह पिता च्यवन के पास आये और सारी बात बताई।

इसके बाद महर्षि च्यवन ने ऋषि मेधावी को पापनाशक एकादशी का व्रत करने को कहा।

कब है पापमोचनी एकादशी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग