संध्या अर्घ्य छठ पूजा का तीसरा दिन

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal  07rh Nov 2024

छठ पूजा का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य के रूप में मनाया जाता है। यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है।

इस दिन परिवार के सभी सदस्य नदी किनारे जाकर डूबते सूरज को अर्घ्य देते हैं। ऐसा करना पवित्र होता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्रती इस दौरान प्रसाद सजाते हैं और कमर तक पानी में खड़े होकर परिक्रमा करते हैं।

छठ पूजा का तीसरा दिन शाम के डूबते सूरज को अर्घ्य देने के लिए समर्पित है। इस दिन पूजा का बहुत महत्व है।

पूजा की चीजों में एक बांस का सूप, तांबे का घड़ा, टोकरी, प्लेट, दीपक और खाजा इत्यादि शामिल करें।

कहा जाता है कि इस दिन सच्चे दिल से छठी मैया और सूर्य भगवान की पूजा की जाए, तो जीवन की हर परेशानी दूर हो जाती है।

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