शनि प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, होंगे लाभ

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 23rd Dec 2024

हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि आती है और दोनों त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है।

प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। प्रदोष के दिन शनिवार होने पर इसे शनि प्रदोष व्रत कहते हैं।

प्रदोष व्रत के दौरान स्नान करके भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

शिवलिंग पर जल, काला तिल और शमी के पत्ते अर्पित करने के साथ शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।

इस दिन एक कटोरी सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर इस तेल को शनि मंदिर में दान करना चाहिए।

घर में सुख-समृद्धि, खुशहाली और सफलता पाने के लिए मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाना चाहिए।

शनि प्रदोष व्रत के दिन उड़द की दाल, काले जूते और कपड़े जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए।

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