नवरात्रि में मां दुर्गा के इन 10 चमत्कारी मंदिरों के करें दर्शन
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Team Bhakt Vatsal9th October 2024
वैष्णो देवी मंदिर:जम्मू कश्मीर के कटरा में स्थित ये मंदिर समुद्र तल से लगभग 15 हजार की ऊंचाई पर हैं। मान्यता है कि यहां पर दर्शन करने से सभी मुरादे पूरी होती हैं।
कामाख्या मंदिर: कामाख्या मंदिर असम में नीलाचल पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यहां देश के कोने-कोने से भक्त पहुंचते हैं। माता के सभी शक्तिपीठों में से इसे सर्वोत्तम शक्तिपीठ कहा जाता है।
नैना देवी: उत्तराखंड के मल्लीताल की घाटियों में नैना देवी मंदिर स्थित है। यहां सती के शक्ति रुप की पूजा की जाती है। मंदिर में दो नेत्र है जो नैना देवी को दर्शाते हैं।
ज्वाला देवी: हिमाचल के कांगड़ा जिले में स्थित है ज्वाला देवी मंदिर। ये माता के 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस जगह पर आदिकाल से ही पृथ्वी के भीतर से अग्नि निकल रही है।
मनसा देवी: हरिद्वार की ऊंची चोटी पर मनसा देवी मंदिर स्थित है। यह मां का चमत्कारिक मंदिर है। नवरात्रि पर यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
कालीपीठ: कोलकाता में कालीघाट पर देवी काली का सर्वसिद्ध मंदिर है। नवरात्रि पर इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। रामकृष्ण परमहंस इन्हीं काली की पूजा करते थे।
चामुंडा देवी: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बनेर नदी के तट पर चामुंडा देवी मंदिर पर स्थित है। धर्मशाला से इसकी दूरी 15 किलोमीटर हैं। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
कालकाजी मंदिर: मां काली का यह प्रसिद्ध मंदिर दिल्ली में हैं। इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। यह मंदिर 3 हजार साल पुराना है।
श्रीसंगी कालिका मंदिर: मां काली को समर्पित श्रीसंगी कालिका मंदिर कर्नाटक के बेलगाम में स्थित है। यह कर्नाटक का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और यहां पर मां दुर्गा के काली रूप की पूजा होती है।
दंतेश्वरी मंदिर: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में स्थित है दंतेश्वरी मंदिर। यह मंदिर बहुत पुराना है। कहा जाता है कि यहां पर माता सती का दांत गिरा था, इसलिए इस जगह का नाम दंतेश्वरी पड़ा।