WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 27th Dec 2024

सोमवती अमावस्या पर इन 5 जगहों पर जलाएं दीपक, जीवन से दूर होगा अंधेरा

हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का विधान है।

सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। सोमवार को पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं।

इस दिन दिया जलाने से देवी-देवता और पितर प्रसन्न होते हैं। घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

सोमवती अमावस्या के दिन घर के मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी के लिए घी का दीया जलाना चाहिए।

इस दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा में पितरों के लिए सरसों के तेल का दीया जलाना चाहिए।

मान्यताओं के अनुसार, घर की दक्षिण दिशा में पूर्वजों की तस्वीरों के पास दीया भी जलाना चाहिए।

शास्त्रों के अनुसार, इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल में तिल डालकर दीया लगाना चाहिए।

इस दिन घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व कोण में घी का दीया जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है।

पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए सोमवती अमावस्या पर जरूर करें इन चीजों का दान