Written By

Team Bhakt Vatsal 14th October 2024

तुलसी पूजा करते समय इन 8 नियमों का जरूर करें पालन

घरों में तुलसी का पौधा होने से कभी भी खुशहाली और धन-धान्य की कमी नहीं होती है। लेकिन तुलसी पूजन के समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।

अक्सर घर के सदस्य एक-एक करके तुलसी में जल अर्पित करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे तुलसी की जड़ों को नुकसान पहुंचता है।

अक्सर लोग तुलसी को चुनरी चढ़ाने के बाद उसे बदलते नहीं हैं। लेकिन अन्य देवी-देवताओं की तरह तुलसी के वस्त्र भी समय-समय पर बदलते रहना चाहिए।

तुलसी के पौधे को सूरज ढलने के बाद छूना वर्जित बताया गया है। यदि आपको पूजन या अन्य काम के लिए तुलसी तोड़नी हो तो सुबह के समय ही ऐसा करें।

तुलसी तोड़ते समय ध्यान रखें कि प्रणाम करने के बाद ही पत्ते तोड़ें। साथ ही तुलसी को कभी भी नाखून से खींचकर नहीं तोड़ना चाहिए।

यदि आप रोजाना तुलसी पूजन करते हैं और जल चढ़ाते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि रविवार के दिन तुलसी में जल नहीं चढ़ाना है।

यदि आप सूरज ढलने के बाद पूजन कर रहे हैं तो तुलसी को दूर से ही प्रणाम करें। भूलकर भी शाम को तुलसी के पौधे को स्पर्श नहीं करना है।

लोग तुलसी में जब दीपक जलाते हैं तो आसन नहीं देते हैं। लेकिन तुलसी में दीपक जलाते समय चावल का आसन देना चाहिए।

मान्यता के अनुसार महिलाओं को तुलसी पूजन करते समय बालों को खुला नहीं रखना होता है। बाल बांधकर ही पूजा करें।

हनुमान जी से जुड़ी 7 रोचक बातें शायद ही आप जानते होंगे