WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
08th Nov 2024
छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूर्य को देते हैं अर्घ्य, जानें महत्व और फायदे
छठ पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। 4 दिवसीय त्योहार छठी मैया और सूर्य देव को समर्पित है।
सूर्य का छठ पूजा से जुड़े होने के कारण इसका धार्मिक के साथ ही आध्यात्मिक तौर पर बहुत महत्व है।
छठ पर्व में तीन दिन ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। यह एकमात्र त्योहार है जहां शाम को सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है।
छठ पूजा के अंतिम दिन सुबह सूर्य को अर्घ्य उनकी पत्नी उषा के लिए दिया जाता है जो सभी की मनोकामना पूर्ण करती हैं।
वेदों में भी सूर्य का महत्व बताया गया है। उन्हें संसार की आत्मा कहा गया है। इसका कारण है कि सूर्य ही ऊर्जा का सबसे बड़ा सोर्स है।
ऐसे में सुबह-सुबह सूर्य को अर्घ्य देते हैं तो हम उनकी पॉजिटिव एनर्जी को अपने जीवन में आने का मौका देते हैं।
इससे नकारात्मकता दूर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
ऊषा अर्घ्य
छठ पूजा का आखिरी यानी चौथा दिन
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