बैकुंठ चतुर्दशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु और शिव की पूजा

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 13th Nov 2024

बैकुंठ चतुर्दशी का दिन ही ऐसा दिन है जब भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा एक साथ होती है।

मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा करने वाले लोगों को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

ऐसे में जानते हैं कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन पूजा किस तरह से करनी चाहिए।

बैकुंठ चतुर्दशी का व्रत करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ सुथरे कपड़े पहनें।

उसके बाद भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें। अब घी का दीपक जलाएं।

फिर विष्णु जी को बेलपत्र और शिव जी को कमल के फूल अर्पित करें।

पूरे विधि-विधान से विष्णु जी और शिव जी की पूजा करें और इसी के साथ मंत्रों का जाप करें।

मंत्र जाप के बाद आरती की तैयारी करें। इसके बाद पूजा में हुई भूल-चूक की माफी मांगे।

बैकुंठ चतुर्दशी पर क्यों खुला रहता है स्वर्ग का द्वार