शनिवार को भूलकर भी न करें ये कार्य, वरना शनिदेव के क्रोध से तबाह हो सकता है जीवन, जानें इस दिन क्या करें
शनिवार का दिन शनि देव की पूजा और ध्यान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव व्यक्ति को उसके अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर दण्ड देते हैं। यानी कि जो व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तो उसकी उन्नति के लिए सभी प्रकार के रास्ते खोल देते हैं और बुरे कर्म करने वाले जातकों को किसी न किसी माध्यम से दण्ड अवश्य देते हैं। ऐसे में शनिवार के दिन शनि देव के मंत्रों का जाप, दान-पुण्य और पशु पक्षियों की सेवा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं। हालांकि कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें हमें भूल से भी शनिवार के दिन नहीं करना चाहिए वरना इससे शनि महाराज नाराज हो सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं शनिवार के दिन क्या करें और क्या न करें।
शनिवार के दिन क्या न करें?
- शनिवार के दिन मांस और मदिरा का सेवन करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो सकते हैं और व्यक्ति को दंड भुगतना पड़ सकता है।
- शनिवार के दिन कोयला, नमक, चमड़ा, लोहे की वस्तुएं या जूते-चप्पल खरीदना नहीं चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो सकते हैं।
- शनिवार के दिन पूर्व, दक्षिण और ईशान दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। इन दिशाओं में यात्रा करने से जीवन में जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
- शनिवार को किसी भी मजबूर या कमजोर व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो सकते हैं और उनका दंड मिल सकता है।
- शनिवार को बाल काटना या नाखून काटना भी शनि देव की नाराजगी का कारण बन सकता है। इसलिए इस दिन इन कार्यों से बचना चाहिए।
शनिवार के दिन क्या करें?
- अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है या शनि की साढ़े साती चल रही है, तो शनिवार के दिन 'ॐ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नमः' मंत्र का जाप करें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष दूर होता है।
- शनिवार को किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को काले तिल, काली उड़द दाल, कपड़े या कंबल का दान करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
- शनिवार के दिन खासकर काले कुत्ते और कौवे को भोजन खिलाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और बिगड़ा हुआ भाग्य संवर सकता है।
- शनिवार को शनि चालीसा और शनि स्तोत्र का पाठ करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे शनि दोष से छुटकारा मिलता है।