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हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार (Hum Sab Milke Aaye Data Tere Darbar)

हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


लेकर दिल मे फरियाद,

करते हम तुमको याद


जब हो मुश्किल की घड़िया,

माँगे तुम से इमदाद


सबसे बढ़के ऊँचा,

जग मे तेरा दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


चाहे दिन हो विपरीत,

होवे तुमसे ही प्रीत

सच्ची श्रद्धा से गावे,

तेरी भक्ति के गीत


होवे सबका प्रभुजी,

तेरे चरणो मे प्यार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


होवे जब संध्याकाल,

होके निर्मल तत्काल

अपना मस्तक झुकाके,

करके तेरा ख़याल


तेरे दर पे आकर,

बैठे सारा परिवार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भरदे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार


हम सब मिलके आये,

दाता तेरे दरबार

भर दे झोली सबकी,

तेरे पूर्ण भंडार

भक्तो के घर कभी आओ माँ (Bhakton Ke Ghar Kabhi Aao Ma)

भक्तो के घर कभी आओ माँ,
आओ माँ आओ माँ आओ माँ,

दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी(De Do Anguthi Mere Prano Se Pyari)

दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी
इसे लाया है कौन, इसे लाया है कौन

भूमिपूजन कैसे करें?

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की कृपा के बिना कोई भी शुभ काम सफल नहीं होता है इसलिए, घर बनाने से पहले भूमि पूजन करना बहुत जरूरी है। इस अनुष्ठान से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति आती है।

महातारा जयंती की कथा

हिंदू धर्म में दस महाविद्याओं का विशेष स्थान है, जिनमें से एक देवी महातारा हैं। उन्हें शक्ति, ज्ञान और विनाश की देवी माना जाता है। देवी महातारा का स्वरूप गहरे नीले रंग का होता है, उनकी चार भुजाएं होती हैं और वे त्रिनेत्री हैं।

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