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जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो(Jis Desh Mein Jis Vesh Main Raho)

जिस देश में, जिस भेष में, जिस धाम में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस धाम में, जिस काम में, जिस नाम में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस रंग में, जिस संग में, जिस ढंग में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस रोग में, जिस भोग में, जिस योग में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस हाल में, जिस चाल में, जिस काल में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो


जिस ध्यान में, जिस ज्ञान में, परिधान में रहो

राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो

हनुमान जयंती पर 100 साल बाद ऐसा संयोग

इस बार की हनुमान जयंती बेहद खास रहने वाली है। पंचांग के अनुसार, यह पर्व चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत-उपवास रखने और सच्चे मन से हनुमान जी की आराधना करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं।

Sanwali Surat Pe Mohan Dil Diwana Ho Gaya (सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया)

सांवली सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया ।

राजीव लोचन राम, आज अपने घर आए (Rajiv Lochan Ram Aaj Apne Ghar Aaye)

राजीव लोचन राम,
आज अपने घर आए,

विजया एकादशी व्रत कथा 2025

हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के निमित्त व्रत किया जाता है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है।

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