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ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना (O Ram Ji Tere Bhajan Ne Bada Sukh Dina)

ओ रामजी तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

ये दुनिया दीवानी,

दो दिन की कहानी,

पल दो पल का है जीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


काम ना आए कोई अपना,

काम ना आए कोई अपना,

पूरा नहीं होता कभी सपना,

ये जान निकल जाए एक दिन,

ये जान निकल जाए एक दिन,

फिर जा के आए कभी ना,

बड़ा सुख दीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे,

ज्ञान के पट तू खोल ऐ बन्दे,

छोड़ के सब तू गोरख धंधे,

जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई,

जीवन सुखदाई हो जाएगा भाई,

सुमिरन जो प्रभु का किना,

बड़ा सुख दीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥


ओ रामजी तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना,

ये दुनिया दीवानी,

दो दिन की कहानी,

पल दो पल का है जीना,

बड़ा सुख दीना,

तेरे भजन ने,

बड़ा सुख दीना ॥

तुम्हारी याद आती है, बताओ क्या करें मोहन(Tumhari Yaad Aati Hai Batao Kya Karen Mohan)

तुम्हारी याद आती है,
बताओ क्या करें मोहन,

अप्रैल 2025 इष्टि-अन्वाधान

सनातन धर्म के परंपरा में अन्वाधान और इष्टि जैसे पर्व का विशेष महत्व है। ये दोनों वैष्णव संप्रदाय से जुड़े श्रद्धालुओं के अनुष्ठान हैं जो विशेष रूप से अमावस्या, पूर्णिमा और शुभ मुहूर्तों पर किए जाते हैं।

कान्हा रे थोडा सा प्यार दे (Kanha Re Thoda Sa Pyar De)

कान्हा रे थोडा सा प्यार दे,
चरणो मे बैठा के तार दे,

सांवरिया थारी याद में, अँखियाँ भिगोया हाँ(Sawariya Thari Yaad Me Akhiyan Bhigoya Haan)

सांवरिया थारी याद में,
अँखियाँ भिगोया हाँ,

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