नवीनतम लेख

फूल भी न माँगती, हार भी न माँगती (Phool Bhi Na Mangti Haar Bhi Na Mangti)

फूल भी न माँगती,

हार भी न माँगती,

माँ तो बस भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी,

बोलो जय माता दी,

जय माता दी भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी ॥


जय जगदम्बे, जय जगदम्बे,

जय जगदम्बे, जय जगदम्बे ॥


ऊँचे ऊँचे पर्वतो पे,

डेरा मेरी माई का,

जग है दीवाना है,

सारा जग की सहाई का,

चढ़ावे को ना माँगती,

दिखावे को ना माँगती,

माँ तो बस भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी ॥


जय जगदम्बे, जय जगदम्बे,

जय जगदम्बे, जय जगदम्बे ॥


मेरी महामाया की तो,

माया ही निराली है,

बिना मांगे दे दे वो तो,

ऐसी महामाई है,

पूजा भी ना माँगती,

पाठ भी ना माँगती,

माँ तो बस भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी ॥


जय जगदम्बे, जय जगदम्बे,

जय जगदम्बे, जय जगदम्बे ॥


प्रेम से बुलाओ तो वो,

दौड़ी चली आती है,

पल में ही मेहरा वाली,

बिगड़ी बनाती है,

फूल भी न माँगती,

हार भी न माँगती,

माँ तो बस भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी ॥


जय जगदम्बे, जय जगदम्बे,

जय जगदम्बे, जय जगदम्बे ॥


फूल भी न माँगती,

हार भी न माँगती,

माँ तो बस भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी,

बोलो जय माता दी,

जय माता दी भक्तो का,

प्यार माँगती,

बोलो जय माता दी ॥


जय जगदम्बे, जय जगदम्बे,

जय जगदम्बे, जय जगदम्बे ॥

चैत्र मास में करें ये उपाय

चैत्र माह की शुरुआत 15 मार्च से हो रही है। यह हिंदू पंचांग का पहला महीना है, जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से बहुत महत्व है। इस मास में की गई पूजा, व्रत और दान-पुण्य का प्रभाव संपूर्ण वर्ष पर पड़ता है। इसके अलावा मान्यता है कि इस माह में कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सफलता प्राप्त होती है।

हाय नजर ना लग जाये(Najar Naa Lag Jaye)

ओ मोटे मोटे नैनन के तू ,
ओ मीठे मीठे बैनन के तू

मैया ओढ़ चुनरिया लाल, के बैठी कर सोलह श्रृंगार (Maiya Odh Chunariyan Lal Ke Bethi Kar Solha Shingar)

मैया ओढ़ चुनरिया लाल,
के बैठी कर सोलह श्रृंगार,