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शिव भोला भंडारी (Shiv Bhola Bhandari)

शिव भोला भंडारी,

सुख का त्योहार,

मिले डमरू के ताल,

सुख का त्योहार,

मिले डमरूके ताल,

करे दुख पिडा पार जटाधारी,

शिव भोला भंडारी,

शिव भोला भंडारी ॥


ॐकारेश्वर… बम बम भोले,

निलकंठेश्वर… बम बम भोले,

केदारेश्वर… बम बम भोले,

जय शिवशंकर… बम बम भोले,

जय शिव शंभो… बम बम भोले,

जय त्रिपुरारी… बम बम भोले,

शंखनाद त्रिनिनाद बाजे,

भस्मलेप शृंगार भी साजे,

जटा मुकुट पर गंगा विराजे,

बबम बम बबम भोले,

क्रोध कोप सूरहि भयभीत,

व्याघ्रवस्त्र रुद्राक्ष सहित,

दान तेरा वरदान निहीत,

बबम बम बबम भोले,

शिव भोला भण्डारी,

शिव भोला भंडारी ॥


कण कण में है तेरा बसेरा,

नैन न जिसको तू उजीयारा,

सुख कि आहट आस भी तू है,

बुझने न पाये वो प्यास भी तू है,

तुहि मेरा राम भोले तुहि घनश्याम,

तुहि मेरा राम भोले तुहि घनश्याम,

दिन रात जाप में मैने है गुजारी,

शिव भोला भण्डारी,

शिव भोला भंडारी ॥

कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि

दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे (Agar Nath Dekhoge Avgun Humare)

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ॥

त्रिपुर भैरवी जयंती पर कौन सा पाठ करें?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल त्रिपुर भैरवी जयंती 15 दिसंबर को मनाई जाएगी। यह दिन मां काली को समर्पित है, जो शक्ति और सामर्थ्य की प्रतीक हैं। मां काली की पूजा शास्त्रों में बहुत ही फलदायी मानी गई है।

माँ दिल के इतने करीब है तू(Maa Dil Ke Itne Kareeb Hai Tu)

माँ दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए,