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तेरी जय हो गणेश(Teri Jai Ho Ganesh)

प्रथमे गौरा जी को वंदना,

द्वितीये आदि गणेश,

त्रितिये सुमीरु शारदा,

मेरे कारज करो हमेश ॥


तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश ॥


किस जननी ने तुझे जनम दियो है,

किस जननी ने तुझे जनम दियो है,

किसने दियो उपदेश,


तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश ॥


माता गौरा ने तुझे जनम दियो है,

माता गौरा ने तुझे जनम दियो है,

शिव ने दियो उपदेश,


तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश ॥


कारज पूरण कदहि होवे,

कारज पूरण कदहि होवे,

गणपति पूजो जी हमेश,

तेरी जय-हो गणेश तेरी जय हो गणेश ॥


तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश,

तेरी जय हो गणेश ॥

मत कर तू अभिमान रे बंदे (Mat Kar Tu Abhiman Re Bande)

मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।

हनुमत के गुण गाते चलो (Hanumat Ke Gun Gate Chalo)

हनुमत के गुण गाते चलो,
प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो,

जय महांकाल जय महांकाल (Jai Mahakal Jai Mahakal)

जय महाकाल जय महाकाल,
जय महांकाल जय महांकाल,

माघ गुप्त नवरात्रि कवच पाठ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।

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