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छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया - छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

आदितमल के पक्की रे सड़कीया,

कुजडा छानेला दोकान,

कुजडा छानेला दोकान ।


आदितमल के पक्की रे सड़कीया,

कुजडा छानेला दोकान,

कुजडा छानेला दोकान ।


घोडवा चढल अईले कवन देव,

करे लगले नरियर के मोल,

करे लगले फलवा के मोल ।


हाली हाली कर भैया मोलवा

भईले अरघीया के जून,

भईले अरघीया के जून ।


उगी ना आदितमल चमक से,

अरघ लिहीना मन से,

अरघ लिहीना मन से।


मनसा दिहीना पूराए,

मनसा दिहीना पूराए।


राधा कुण्ड स्नान का महत्व और मुहूर्त

उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित राधा कुंड, सनातन धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र स्थल है। इसका भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी से गहरा संबंध माना जाता है।

ओ शेरावाली माँ, क्या खेल रचाया है (O Sherawali Maa Kya Khel Rachaya Hai)

ओ शेरावाली माँ,
क्या खेल रचाया है,

हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये - विनती भजन (Shyam Puspanjali Shri Khatu Shyamji Vinati)

हाथ जोड़ विनती करूं सुणियों चित्त लगाय,
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज,

ब्रह्मन्! स्वराष्ट्र में हों, द्विज ब्रह्म तेजधारी (Brahman Swarastra Mein Hon)

वैदिक काल से राष्ट्र या देश के लिए गाई जाने वाली राष्ट्रोत्थान प्रार्थना है। इस काव्य को वैदिक राष्ट्रगान भी कहा जा सकता है। आज भी यह प्रार्थना भारत के विभिन्न गुरुकुलों व स्कूल मे गाई जाती है।