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आओ आ जाओ भोलेनाथ (Aao Aa Jao Bholenath)

आओ आ जाओ भोलेनाथ,

तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,

तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,

जागु दिन और रात,

आओ आ जाओं भोलेनाथ,

आओ आ जाओ भोलेनाथ ॥


हे शिव शंकर हे प्रलयंकर,

हे जग के रखवाले,

तेरे बिना मेरी कौन सुनेगा,

तेरे बिना मेरी कौन सुनेगा,

दर्दे दिल की बात,

आओ आ जाओं भोलेनाथ,

आओ आ जाओ भोलेनाथ ॥


मन पंछी बैचेन दरश बिन,

अब तो दरश दिखाओ,

अखियाँ ऐसे बरस रही है,

अखियाँ ऐसे बरस रही है,

सावन की बरसात,

आओ आ जाओं भोलेनाथ,

आओ आ जाओ भोलेनाथ ॥


विष पिए खुद अमृत बांटे,

तुम सम कोई ना दानी,

‘रामा’ दया की भिक्षा मांगे,

‘रामा’ दया की भिक्षा मांगे,

रख दो सिर पर हाथ,

आओ आ जाओं भोलेनाथ,

आओ आ जाओ भोलेनाथ ॥


आओ आ जाओ भोलेनाथ,

तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,

तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,

जागु दिन और रात,

आओ आ जाओं भोलेनाथ,

आओ आ जाओ भोलेनाथ ॥

बंसी वाले के चरणों में, सर हो मेरा (Bansi Wale Ke Charno Me, Sar Ho Mera)

बंसी वाले के चरणों में, सर हो मेरा,
फिर ना पूछो, कि उस वक्त क्या बात है ।

आमलकी एकादशी पूजा विधि

फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर आमलकी एकादशी का व्रत किया जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ-साथ आंवले के पेड़ की पूजा का भी विशेष महत्व है।

लड्डू गोपाल मेरा, छोटा सा है लला मेरा (Laddu Gopal Mera Chota Sa Hai Lalaa)

लड्डू गोपाल मेरा, लड्डू गोपाल ।
छोटा सा है लला मेरा, करतब करे कमाल,

आरती भगवान गिरिधारी जी की ( Aarti Bhagwan Giridhari Ji Ki)

जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय जय गिरधारी।
दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हित कारी॥

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