नवीनतम लेख

आई सिंघ पे सवार (Aayi Singh Pe Swar)

आई सिंघ पे सवार,

मईया ओढ़े चुनरी,

ओढ़े चुनरी,

मईया ओढ़े चुनरी ,

आई सिंघ पे सवार मईया ॥


आदि शक्ति है मात भवानी,

जय दुर्गे माँ काली,

बड़े बड़े राक्षस संघारे,

रण चंडी मतवाली,

करे भक्तों का,

उद्दार 'मईया ओढ़े चुनरी,

आई सिंघ पे सवार मईया ॥


महिषासुर सा महाँ बली,

देवों को ख़ूब सताया,

छीन लिया इन्द्रासन और,

देवों को मार भगाया,

करी देवों ने पुकार 'मईया ,

ओढ़े चुनरी आई,

आई सिंघ पे सवार मईया ॥


दुर्गा का अवतार लिया झट,

महिषासुर संघारी,

दूर किया देवों का संकट,

लीला तेरी न्यारी,

किया देवों पे उपकार 'मईया,

ओढ़े चुनर आई,

सिंघ पे सवार मईया ॥


जो कोई जिस मनसा से मईया,

द्वार तिहारे जाता,

हर इच्छा होती पूरी और,

मँह माँगा फल पता,

तेरा गुण गावे संसार 'मईया,

ओढ़े चुनरी,

आई सिंघ पे सवार मईया ॥

हरियाली तीज की पूजा विधि

श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाने वाली हरियाली तीज महिलाओं के लिए अत्यंत पावन और भावनात्मक पर्व होता है।

भोले शंकर मैं तुम्हारा, लगता नहीं कोई (Bhole Shankar Main Tumhara Lagta Nahi Koi)

भोले शंकर मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,

तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार(Tera Ramji Karenge Bera Paar)

राम नाम सोहि जानिये,
जो रमता सकल जहान

भेजा है बुलावा, तूने शेरा वालिए (Bheja Hai Bulava Tune Shera Waliye)

भेजा है बुलावा, तूने शेरा वालिए
ओ मैया तेरे दरबार,

यह भी जाने