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तेरा बालाजी सरकार, बाजे डंका मेहंदीपुर में(Tera Balaji Sarkar Baje Danka Mehndipur Mein)

तेरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में,

बाजे डंका मेहंदीपुर में,

तेरा नाम बड़ा कलयुग में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥


कटे संकट तेरे द्वारे,

भव सागर से तू तारे,

तेरी गूंजे जय जयकार,

डंका बाजे मेहंदीपुर में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥


तेरे नाम की लागे अर्जी,

ना चले किसी की मर्जी,

तेरी महिमा अपरम्पार,

डंका बाजे मेहंदीपुर में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥


ये भुत बड़े बेदर्दी,

मेरी तबाह ज़िंदगी करदी,

कर दो बाबा बेड़ा पार,

डंका बाजे मेहंदीपुर में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥


हे बाबा सोटे वाले,

बस तुम्ही मेरे रखवाले,

‘बैरागी’ पर कर उपकार,

डंका बाजे मेहंदीपुर में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥


तेरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में,

बाजे डंका मेहंदीपुर में,

तेरा नाम बड़ा कलयुग में,

तेंरा बालाजी सरकार,

बाजे डंका मेहंदीपुर में ॥

नामकरण संस्कार पूजा विधि

नामकरण संस्कार हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक है, जिसमें बच्चे को उसकी पहचान दी जाती है। यह बच्चे के जीवन का पहला अनुष्ठान होता है।

तुम्ही मेरी नइया, किनारा तुम्ही हो (Tumhi Meri Naiya Kinara Tumhi Ho)

तुम्ही मेरी नइया,
किनारा तुम्ही हो,

दुर्गा अष्टमी क्यों मनाई जाती है

मासिक दुर्गा अष्टमी हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी साधक मां दुर्गा की पूरी श्रद्धा और लगन से व्रत करता है। मां उन सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।

अवध में राम आए हैं (Awadh Mein Ram Aaye Hain)

जय जय हो राम तुम्हारी

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