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तेरे चरण कमल में श्याम(Tere Charan Kamal Mein Shyam)

तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ।

लिपट जाऊ राज बनके,

लिपट जाऊ राज बनके ।

तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ॥


नित नित तेरा दर्शन पाऊ,

हर्ष हर्ष के हरी गुण गाऊ ,

मेरी नस नस बस जाऊ श्याम ,

बरस जाओ रस बनके,


तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ।

लिपट जाऊ राज बनके,

लिपट जाऊ राज बनके ।

तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ॥


छिन छिन* तेरा सुमरण हॉवे,

हर पल तुज्पे अरपन हॉवे,

हरी सब दिन आठो याम,

रुके मन के मनके,


तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ।

लिपट जाऊ राज बनके,

लिपट जाऊ राज बनके ।

तेरे चरण कमल में श्याम,

लिपट जाऊ राज बनके ॥

बनवारी ओ कृष्ण मुरारी (Banwari O Krishna Murari)

बनवारी ओ कृष्ण मुरारी,
बता कुण मारी,

उगादी त्योहार क्यों मनाया जाता है

उगादि दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण नववर्ष उत्सव होता है। "उगादि" शब्द संस्कृत के "युग" अर्थात् "युग की शुरुआत" और "आदि" अर्थात् "आरंभ" से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है नए युग का आरंभ।

वैशाख अमावस्या पूजा की कथा

हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की अमावस्या तिथि का विशेष धार्मिक महत्व है। यह तिथि पितरों की शांति के लिए विशेष मानी जाती है और इस दिन स्नान, दान, जप, और तर्पण करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।

षटतिला एकादशी मंत्र

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का काफी महत्व है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी के कहते हैं।

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