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मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी (Meri Maiya Ne Odhi Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


झिलमिल सितारों जड़ी,

माँ की चुनरिया,

लश्कारा मारे माँ के,

माथे की बिंदिया,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


लाल चोला माँ का लाल,

फुलों का हार है,

हाथों में चूड़ा लाल,

मेहँदी चटकार है,

लाल रत्नो की पहनी,

है मैया मुंदरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


आये नवराते पावन,

शुभ घडी आई,

बच्चो की याद ‘कुंदन’,

माँ को सताई,

बांटने प्यार पर्वत से,

मैया उतरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥


मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

कमाल चुनरी, कमाल चुनरी ॥

सात्विक मंत्र के क्या लाभ है?

सात्विक मंत्रों का जाप हमारे जीवन को सकारात्मकता और शांति से भर सकता है। ये मंत्र न केवल आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होते हैं, बल्कि मन की अशांति और नकारात्मक विचारों को भी दूर करते हैं।

बुधवार व्रत की प्रामाणिक-पौराणिक कथा (Budhvaar Vrat Ki Praamaanik-Pauraanik Katha)

समतापुर नगर में मधुसूदन नामक एक व्यक्ति रहता था। वह बहुत धनवान था। मधुसूदन का विवाह बलरामपुर नगर की सुंदर लड़की संगीता से हुआ था।

श्री राम चालीसा (Shri Ram Chalisa)

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वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं

छोटी सी मेरी पार्वती (Chhoti Si Meri Parvati)

छोटी सी मेरी पार्वती,
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