Logo

धनतेरस पूजा और सामान खरीदने के शुभ मुहूर्त

धनतेरस पूजा और सामान खरीदने के शुभ मुहूर्त

धनतेरस 2024: जानिए क्या है धनतेरस का पूजा मुहूर्त, खरीदारी के साथ बात व्रत और नियम की भी


धनतेरस का पर्व धन, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इस दिन यम नियम से वस्तुएं खरीदने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य और ऐश्वर्य निवास करता है। धनतेरस पर खरीदारी करना केवल आर्थिक संपन्नता के लिए नहीं, बल्कि इसे शुभ संकेत के रूप में भी देखा जाता है। इस दिन जो भी नई वस्तुएं घर में लाई जाती हैं वे मां लक्ष्मी का स्वागत मानी जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन खरीदी गई चीजें सालभर घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखती हैं और आर्थिक उन्नति लाती हैं जिससे घर परिवार सुखी रहता है। 


धनतेरस पर क्या ना खरीदें?


लोहे से बनी चीजें इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। कांच के सामान की खरीदारी से भी बचना चाहिए। किसी को धन उधार न दें क्योंकि इससे आर्थिक हानि का खतरा होता है। धनतेरस छोटी दिवाली से पहले आता है, जिसे आमतौर पर नरक चतुर्दशी के रूप में जाना जाता है और यह कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष के तेरहवें दिन पड़ता है, जो आम तौर पर अक्टूबर और नवंबर में पड़ता है। 

 

धनतेरस पर क्या खरीदें? 


  1. धातु:- ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन धातु के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। खासकर, पीने के पानी के लिए बने बर्तन। इस अवसर पर पीतल खरीदना भी सौभाग्य माना जाता है। वहीं, भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की अलग-अलग मूर्तियाँ भी कई लोग खरीदते हैं। इस दिन भक्तों को इन मूर्तियों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करनी चाहिए। जो अपने आध्यात्मिक और वित्तीय महत्व के साथ पूजनीय है। 
  2. कुबेर यंत्र:- ज्योतिषियों के अनुसार कुबेर यंत्र को घर लाना चाहिए और मंदिर के अंदर रखना चाहिए जहां समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रार्थना की जाती है। 
  3. झाड़ू - झाड़ू का देवी लक्ष्मी से गहरा संबंध है और ऐसा माना जाता है कि घर में नई झाड़ू वित्तीय बाधाओं को दूर कर देती है और यह नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक है। 
  4. धनिया:- अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात, भक्तों को इस दिन सौभाग्य से जुड़ा हुआ धनिया खरीदना चाहिए।

 

धनतेरस 2024 का खरीदारी मुहूर्त? 


वैसे तो सोना-चांदी खरीदारी का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर को पूरे दिन रहता है। पर इस बार 29 अक्टूबर के दिन सुबह 10:31 बजे त्रयोदशी  आरम्भ होगी और 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे तक रहेगी। इसलिए इस बार धनतेरस पर खरीदारी और पूजा के लिए कई शुभ मुहूर्त रहेंगे।


  • पहला मुहूर्त- धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है। इस योग में खरीदारी करना शुभ होता है। यह योग सुबह 06:31 बजे से अगले दिन सुबह 10:31 बजे तक रहेगा। खरीदारी के लिए यह मुहूर्त उत्तम है। कहते हैं कि त्रिपुष्कर योग में नई चीजों की खरीदारी से तीन गुणा वृद्धि होती है। आप इसमें सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन या जमीन खरीद सकते हैं।
  • दूसरा मुहूर्त- धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त भी रहने वाला है। इस दिन सुबह 11:42 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। आप इस मुहूर्त में भी खरीदारी कर सकते हैं। इस शुभ मुहूर्त में आप नया वाहन, नया घर, नई प्रॉपर्टी आदि की खरीदारी कर सकते हैं। इस दौरान आप कोई नया कार्य भी शुरू कर सकते हैं।
  • तीसरा मुहूर्त- धनतेरस पर शाम 6:36 बजे से रात 08:32 बजे तक प्रदोष काल रहेगा। यह शुभ मुहूर्त खरीदारी और कुबेर-धनवंतरी की पूजा के लिए सबसे उत्तम रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में आप सोने-चांदी के आभूषण, वाहन, बर्तन, घर के लिए कोई डेकॉर आइटम या दिवाली का सामान खरीद सकते हैं।

........................................................................................................
24 March 2025 Panchang (24 मार्च 2025 का पंचांग)

आज 24 मार्च 2025 चैत्र माह का आठवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि दशमी है। वहीं आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर शाम 4 बजकर 44 मिनट तक परिघ योग रहेगा, इसके बाद शिव योग रहेगा।

25 March 2025 Panchang (25 मार्च 2025 का पंचांग)

आज 25 मार्च 2025 चैत्र माह का नवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकदाशी है, जिसे पापमोचिनी एकादशी भी कहते हैं। वहीं आज मंगलवार का दिन है।

26 March 2025 Panchang (26 मार्च 2025 का पंचांग)

आज 26 मार्च 2025 चैत्र माह का दसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि द्वादशी है। वहीं आज बुधवार का दिन है।

27 March 2025 Panchang (27 मार्च 2025 का पंचांग)

आज 27 मार्च 2025 चैत्र माह का ग्यारहवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि त्रयोदशी है। वहीं आज गुरूवार का दिन है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang