हिंदू धर्म में शक्तिपीठ के दर्शन करने का बहुत महत्व बताया गया है। "शक्ति" यानि देवी दुर्गा, जिन्हें दाक्षायनी या पार्वती, लक्ष्मी या माता सती के रूप में भी पूजा जाता है। दरअसल शक्ति पीठ ऐसे पूजनीय स्थान हैं जहां माता सती के शरीर के अंग या फिर उनके आभूषण गिरे थे। मुख्य रूप से शक्ति पीठों की संख्या 51 बताई जाती है लेकिन कुछ स्थानों पर इनकी संख्या 52 होने का भी जिक्र मिलता है। इसके अलावा देवी भागवत पुराण में 108, कालिका पुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा सप्तशती या अष्टादश महाशक्तिपीठ स्तोत्र में 18 और तंत्र चूड़ामणि में 52 शक्तिपीठ के होने की जानकारी सामने आती है। माता के हर शक्तिपीठ का अपना अलग महत्व है और इनकी पूजा और दर्शन से अलग अलग फायदे भी होते हैं। भक्तवत्सल के इस आर्टिकल में हम आपको मां के शक्तिपीठ से जुड़ी सारी जानकारी देंगे, साथ ही बताएंगे कि ये सारे शक्तिपीठ क्या हैं, इनके दर्शन से क्या लाभ होता है और यहां कब और कैसे पहुंचा जा सकता है।