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श्रावण विशेष

सावन का आखिरी सोमवार क्यों माना जाता है शुभ
सावन का आखिरी सोमवार क्यों माना जाता है शुभ
सावन मास हिंदू धर्म में भगवान शिव की आराधना का विशेष समय होता है। यह महीना वर्ष के उन महीनों में से एक है, जब शिवभक्त पूरी श्रद्धा और नियमों से व्रत रखते हैं और भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
सावन के आखिरी सोमवार की पूजा विधि
सावन के आखिरी सोमवार की पूजा विधि
सावन मास भगवान शिव को समर्पित होता है और इस पवित्र महीने के प्रत्येक सोमवार को व्रत, उपासना और रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। सावन का अंतिम सोमवार, 4 अगस्त को पड़ रहा है, शिवभक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है।
सावन के आखिरी सोमवार पर क्या दान करें
सावन के आखिरी सोमवार पर क्या दान करें
श्रावण मास का प्रत्येक सोमवार शिवभक्तों के लिए अत्यंत शुभ और पुण्यकारी होता है। लेकिन सावन का अंतिम सोमवार विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का अंतिम अवसर होता है इस पवित्र मास में।
सावन का आखिरी सोमवार शुभ मुहूर्त
सावन का आखिरी सोमवार शुभ मुहूर्त
सावन का महीना भगवान शिव की उपासना के लिए विशेष रूप से समर्पित होता है। यह संपूर्ण माह शिवभक्तों के लिए आस्था, भक्ति और तप का प्रतीक होता है।
सावन के तीसरे सोमवार के उपाय
सावन के तीसरे सोमवार के उपाय
वैदिक पंचांग के अनुसार सावन माह प्रारंभ हो चुका है और अब तक दो सोमवार बीत चुके हैं। इस बार सावन का तीसरा सोमवार 28 जुलाई को पड़ रहा है, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना गया है।
तीसरा सावन सोमवार पूजा विधि
तीसरा सावन सोमवार पूजा विधि
हिंदू धर्म में सावन सोमवार का अत्यंत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। पूरा श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है, और विशेष रूप से सावन के सोमवार को भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है।
सावन शिवरात्रि और महा शिवरात्रि में अंतर
सावन शिवरात्रि और महा शिवरात्रि में अंतर
हिंदू धर्म में भगवान शिव के भक्तों के लिए शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। शिवरात्रि साल में कई बार आती है, लेकिन महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है।
क्यों शुभ मानी जाती है सावन शिवरात्रि
क्यों शुभ मानी जाती है सावन शिवरात्रि
सावन मास हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, और इस महीने की शिवरात्रि को विशेष स्थान प्राप्त है। वर्ष 2025 में सावन की शिवरात्रि 23 जुलाई, बुधवार को मनाई जाएगी।
सावन शिवरात्रि पर ऐसे करें विशेष पूजा
सावन शिवरात्रि पर ऐसे करें विशेष पूजा
श्रावण मास की शिवरात्रि, भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर मानी जाती है। इस दिन भक्त विशेष पूजा, व्रत और रात्रि जागरण करके भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
सावन शिवरात्रि ये कथा पढ़ें
सावन शिवरात्रि ये कथा पढ़ें
सावन मास की शिवरात्रि भगवान शिव की विशेष कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर माना जाता है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, रात्रि जागरण करते हैं और शिवलिंग का जलाभिषेक कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
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