Sawan Tisra Somwar Puja Vidhi: हिंदू धर्म में सावन सोमवार का अत्यंत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। पूरा श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है, और विशेष रूप से सावन के सोमवार को भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है। इस दिन भक्त उपवास रखकर, शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं, बेलपत्र, धतूरा, भस्म, फूल अर्पित करते हैं और 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों को संतान, धन और सुख-शांति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं सावन का तीसरा सोमवार व्रत कब पड़ है और क्या है सही पूजा विधि।
श्रावण मास 2025 में इस बार कुल 4 सोमवार व्रत पड़ने जा रहे हैं। भगवान शिव के भक्तों के लिए यह समय अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है। इस साल सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई 2025 से होगी और इसका समापन 9 अगस्त 2025 को सावन पूर्णिमा के दिन होगा। वहीं, सावन का तीसरा सोमवार 28 जुलाई 2025 को पड़ रहा है।
सावन सोमवार पर भक्त उपवास रखते हैं और शिवलिंग की विधिपूर्वक पूजा करते हैं। इस दिन शिवलिंग का गंगाजल, कच्चा दूध, बेलपत्र आदि से जलाभिषेक करें। इसके साथ चंदन, पुष्प और अक्षत अर्पित करें। भगवान शिव को केसर की खीर और मालपुए का भोग लगाएं। उन्हें धतूरा, भांग और कनेर का फूल अवश्य अर्पित करें। भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। धूप-दीप जलाएं। सोमवार व्रत कथा का पाठ करें। उसके बाद शिव जी की आरती करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें। ऐसी मान्यता है कि सावन सोमवार पर विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर इच्छा पूरा करते है।