कार्तिक माह की अमावस्या पर दिवाली का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। परंपरा के अनुसार, दिवाली पूजा के दौरान देवी-देवताओं को उनकी पसंदीदा चीजों का भोग अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। सही भोग अर्पित करने से वे प्रसन्न होकर अपने भक्तों को परिवार समेत सुख, शांति और धन-धान्य का आशीर्वाद देते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को कौन-कौन से भोग चढ़ाना सबसे शुभ और प्रिय माना गया है।
भगवान गणेश को मिठाइयों का विशेष रूप से शौक है। उनकी पूजा में निम्नलिखित भोग अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है:
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सफेद मिठाइयां और दूध से बने पकवानों का भोग लगाना विशेष लाभदायक माना गया है:
दिवाली पूजा के दौरान फलों का भोग भी विशेष महत्व रखता है। आप निम्नलिखित फलों का भोग अर्पित कर सकते हैं:
केला और सेब: यह दोनों फल हर पूजा में शुभ माने जाते हैं।
मौसमी फल: पूजा में आप अनार, अंगूर, या अन्य मौसमी फलों का भी भोग अर्पित कर सकते हैं। ये फल देवी-देवताओं को प्रसन्न करते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
दिवाली की पूजा में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को उनकी पसंदीदा मिठाइयों और फलों का भोग अर्पित करने से अन्य देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है। पूजा के दौरान सही प्रकार का भोग अर्पित करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। इस दिवाली आप भी इन भोगों को पूजा में शामिल करें और मां लक्ष्मी और गणेश जी का आशीर्वाद पाएं।
होली का हर पल जीवन के लिए एक संदेश लेकर आता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। इस साल होली 14 मार्च को मनाई जा रही है। 14 मार्च को शुक्रवार है। शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है।
भारत देश त्योहारों का देश है और यहां हर त्यौहार का अपना महत्व और पूजा विधि है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है छठ पूजा है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है।
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा अर्चना की जाती है।
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व है।