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दिवाली पूजा के विशेष फल

दिवाली पूजा के विशेष फल

ये हैं माता लक्ष्मी के प्रिय फल, दीपावली पूजन में इन्हें अवश्य करें शामिल


रोशनी और सजावट के पर्व दीपावली में धन और समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा विधि-विधान से पूर्ण की जाती है। पूजा में फूलों, दीपों और मिठाइयों के साथ फलों का भोग भी विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि देवी लक्ष्मी को प्रिय फलों और वस्तुओं को अर्पित करने से माता प्रसन्न होती हैं। इससे घर में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य का आगमन होता है। आइए जानते हैं वे 10 फल जो दीपावली पूजन में अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है। 


1. समर्पण-पूर्णता का प्रतीक नारियल

नारियल को श्रीफल कहा जाता है और यह माता लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। इसका उपयोग हर धार्मिक अनुष्ठान में किया जाता है। नारियल की कई परतें इसे पवित्र बनाती हैं। दीपावली पूजन में नारियल का भोग लगाने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।


2. स्वास्थ्य-समृद्धि का प्रतीक अनार

अनार को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। माता लक्ष्मी को यह फल विशेष रूप से प्रिय है। अनार को दीपावली पूजन में शामिल करने से घर में स्वास्थ्य और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। यह फल संपन्नता और उन्नति का भी प्रतीक माना जाता है।


3. सौभाग्य-धन का प्रतीक आंवला

आंवला को धार्मिक दृष्टि से भी शुभ माना जाता है और इसे माता लक्ष्मी को अर्पित करने से सौभाग्य और धन का लाभ होता है। आंवला सेहत के लिए भी लाभकारी है। इसलिए इसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण करना अत्यंत फलदायी साबित होता है।


4. सुख-शांति का प्रतीक सेब

सेब को धार्मिक अनुष्ठानों में काफी विशेष महत्व प्राप्त है। इसे सुख और शांति का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि दीपावली पूजन में सेब चढ़ाने से घर का वातावरण सकारात्मक रहता है और परिवार में शांति का वास होता है।


5. धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष महत्व रखता है केला

केला भारतीय धार्मिक अनुष्ठानों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे अर्पित करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-संपत्ति का वास होता है। केले के पौधे को भी शुभ माना जाता है और कई तरह की पूजा में इसका उपयोग भी होता है।


6. सुख-समृद्धि लाता है संतरा

रसीला फल संतरा लक्ष्मी पूजन के लिए अत्यंत शुभ है। इसे माता लक्ष्मी को अर्पित करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। पूजा के बाद इसका प्रसाद के रूप में सेवन करना स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है।


7. धन और वैभव का प्रतीक अंगूर

अंगूर को धन और वैभव का प्रतीक माना जाता है। दीपावली पूजन में इसे शामिल करने से आर्थिक उन्नति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है। माना जाता है कि अंगूर का प्रसाद बांटने से आपसी रिश्तों में भी मधुरता आती है।


8. शुद्धता-सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक पपीता

पपीते को शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इसे लक्ष्मी पूजन में शामिल करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पूजा के बाद इसका सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ भी होता है।


9. शुभता-धन प्राप्ति का कारक है सुपारी

सुपारी का प्रयोग हर पूजा में शुभ माना जाता है। इसे धन प्राप्ति के लिए उपयोग किया जाता है और पूजा में इसका अर्पण करना विशेष रूप से लाभकारी है। पान के पत्ते के साथ सुपारी का भोग लक्ष्मी पूजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।


10. विशेष फलदायक है सीताफल

सीताफल को विशेष फलदायक माना जाता है और इसे लक्ष्मी पूजन में शामिल करने से माता की कृपा प्राप्त होती है। यह फल घर में सकारात्मकता लाने और आर्थिक स्थिति मजबूत करने में भी सहायक होता है।


लक्ष्मी पूजन के लिए अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं


  • मखाना: मखाने की उत्पत्ति जल से होने के कारण इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसे पूजन में शामिल करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
  • जल सिंघाड़ा: जल में उत्पन्न होने के कारण यह फल माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है। इसे पूजा में अर्पित करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
  • गन्ना: दीपावली पर गन्ना चढ़ाने से माता लक्ष्मी के प्रिय हाथी ऐरावत को प्रसन्न किया जाता है, जिससे घर में मिठास और समृद्धि का वास होता है।


पूजा में फलों का महत्व और विधि


दीपावली की रात को मंत्रोच्चार और विधिपूर्वक पूजन करने के साथ माता लक्ष्मी को उनके प्रिय फलों और मिठाइयों का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इन फलों को प्रसाद के रूप में ग्रहण करने और परिवार व मित्रों में बांटने से घर में खुशहाली और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है।


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