Logo

कुंभ से जरूर घर लाएं ये 3 चीजें

कुंभ से जरूर घर लाएं ये 3 चीजें

MahaKumbh 2025: किस्मत को संवारने के लिए घर में लाएं ये चीजें, होगा दिन दूना रात चौगुना


महाकुंभ का मेला हर बार अपार श्रद्धा और धूमधाम के साथ आयोजित किया जाता है। विशेष पुण्य और आशीर्वाद की प्राप्ति के साथ, यह स्नान जीवन को नई दिशा और शांति प्रदान करता है। इतना ही नहीं, महाकुंभ के शुभ अवसर पर कुछ विशेष वस्तुएं घर लाने से न सिर्फ घर में समृद्धि और खुशहाली आती है, बल्कि इससे आपके जीवन में आने वाली सभी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। इस विशेष अवसर पर लायी गईं चीजें आपके घर की किस्मत को चमका सकती हैं और परिवार में सुख-शांति का वास करवा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं उन खास चीजों के बारे में, जिन्हें महाकुंभ से घर लाकर आप अपनी किस्मत संवार सकते हैं!



1. गंगा जल 


महाकुंभ से लाए गंगा जल को घर में रखना बेहद शुभ होता है। गंगा जल को शुद्धि और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, और यह घर में शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। पूजा स्थल पर गंगा जल रखें और अनुभव करें कि कैसे यह आपके घर को सुख-समृद्धि से भर देता है और परिवार में कलह को दूर करता है।



2. संगम की पवित्र मिट्टी 


संगम की पवित्र मिट्टी को घर में लाना विशेष लाभकारी माना जाता है। इसे घर के मुख्य द्वार या पूजा स्थल पर रखें। माना जाता है कि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ता है। यह घर को शांति और समृद्धि से भर देता है, जिससे हर दिशा में सकारात्मक बदलाव होता है।



3. तुलसी के पत्ते 


महाकुंभ में तुलसी के पत्तों का भी विशेष महत्व होता है। इन्हें घर में रखना परिवार के लिए सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। तुलसी को घर में रखने से न केवल शांति का वातावरण बनता है, बल्कि दरिद्रता भी दूर होती है और परिवार में खुशहाली आती है।



4. शिवलिंग या पारस पत्थर 


महाकुंभ से शिवलिंग या पारस पत्थर लेकर आना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इन्हें घर के पूजा स्थल पर रखें और अनुभव करें समृद्धि का वास। यह विशेष रूप से जीवन में खुशियाँ और आशीर्वाद लाने का माध्यम बनता है, जिससे घर में समृद्धि और शांति का वास होता है।


इन पवित्र वस्तुओं को महाकुंभ से लेकर घर में रखने से न केवल घर में सुख-शांति का माहौल बनता है, बल्कि यह आपके जीवन को खुशहाल और समृद्ध बना देता है।


........................................................................................................
ओ जंगल के राजा, मेरी मैया को ले के आजा (O Jungle Ke Raja Meri Maiya Ko Leke Aaja)

ओ जंगल के राजा,
मेरी मैया को ले के आजा,

ओ लागी लागी रे प्रीत, थासु सांवरिया सरकार (O Lagi Lagi Re Preet Thasu Sawariya Sarkar)

ओ लागी लागी रे प्रीत,
थासु सांवरिया सरकार,

हो लाल मेरी पत रखियो बला - दमादम मस्त कलन्दर (O Lal Meri Pat Rakhiyo Bala Duma Dum Mast Kalandar)

ओ हो, हो हो हो
हो लाल मेरी पत रखियो बला झूले लालण

ओ माँ पहाड़ावालिये, सुन ले मेरा तराना (O Maa Pahadan Waliye Sun Le Mera Tarana)

ओ माँ पहाड़ावालिये,
सुन ले मेरा तराना ॥

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang