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1st June 2025 Panchang (1 जून 2025 का पंचांग)

1st June 2025 Panchang (1 जून 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 1 जून 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 1 June 2025: आज 1 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 21वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि षष्ठी है। आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर शुभ योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कर्क राशि से सिंह में प्रवेश करेंगे। आपको बता दें, आज रविवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:51 ए एम से 12:47 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 05:31 पी एम से 07:15 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो ग्रहों के राजा सूर्य देव को समर्पित होता है। आज रवि योग के साथ स्कन्द षष्ठी का भी योग है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 1 जून 2025

  • तिथि - ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि  
  • नक्षत्र - मघा
  • दिन/वार - रविवार
  • योग - ध्रुव और व्याघात
  • करण - कौलव, तैतिल और गर  

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि प्रारंभ - 31 जून, 08:15 पीएम से

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि समाप्त -  07:59 पी एम तक


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।  
  • चंद्र - चंद्रमा 09:36 पी एम तक कर्क राशि में रहेगा, फिर सिंह राशि में प्रवेश करेगा।  


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - 05:24 ए एम
  • सूर्यास्त - 07:15 पी एम
  • चन्द्रोदय - 10:26 ए एम
  • चन्द्रास्त - 12:08 ए एम, जून 02  


आज का शुभ मुहूर्त और योग 1 जून 2025

  • रवि योग - 05:24 ए एम से 09:36 पी एम
  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:02 ए एम से 04:43 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:51 ए एम से 12:47 पी एम 
  • अमृत काल - 07:58 पी एम से 09:36 पी एम
  • विजय मुहूर्त -  02:38 पी एम से 03:33 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 07:13 पी एम से 07:34 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 07:15 पी एम से 08:15 पी एम


आज का अशुभ मुहूर्त 1 जून  2025

  • राहु काल - 05:31 पी एम से 07:15 पी एम
  • गुलिक काल  - 03:47 पी एम से 05:31 पी एम
  • यमगंड - 12:19 पी एम से 02:03 पी एम  
  • दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - 10:11 ए एम से 11:49 ए एम
  • विडाल योग - 05:24 ए एम से 09:36 पी एम 
  • आडल योग - 09:36 पी एम से 05:23 ए एम, जून 02  


1 जून  2025 पर्व/त्योहार/व्रत

रविवार का व्रत - आज आप रविवार का व्रत रख सकते हैं, जो ग्रहों के राजा सूर्य देव को समर्पित है। 

रविवार के उपाय - रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन सूर्य देव को जल चढ़ाने, तांबे के बर्तन में जल भरकर उसमें लाल फूल, अक्षत और रोली डालकर सूर्य देव को अर्घ्य देने से विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा रविवार के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने, सूर्य देव के मंत्र "ऊं सूर्याय नमः" या "ऊं घृणि सूर्याय नमः" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। रविवार के दिन गुड़ और तांबे के दान का भी विशेष महत्व है। इन उपायों को करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है।


स्कन्द षष्ठी

स्कन्द षष्ठी भगवान कार्तिकेय (स्कन्द, मुरुगन, सुब्रह्मण्य) को समर्पित एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी को आती है, लेकिन विशेष महत्व कार्तिक मास, मार्गशीर्ष मास या विशिष्ट योगों में आने वाली स्कन्द षष्ठी का होता है। इस दिन भगवान स्कन्द की पूजा से शत्रु बाधा, संतान से जुड़ी चिंता, रोग, भय और कर्ज से मुक्ति मिलती है। दक्षिण भारत में यह दिन विशेष रूप से विजय, शौर्य और आरोग्य के लिए मनाया जाता है। व्रत रखने वाले दिनभर उपवास रखते हैं, भगवान स्कन्द को केवड़े के फूल, चंदन, गुड़-चने का नैवेद्य अर्पित करते हैं और "ॐ स्कन्दाय नमः" या "ॐ सुब्रह्मण्याय नमः" मंत्र का जप करते हैं। इस दिन सप्तधान्य दान, शस्त्र पूजन और लाल वस्त्र धारण करना भी शुभ माना जाता है। स्कन्द षष्ठी पर श्रद्धा से की गई पूजा जीवन में विजय, संतान सुख और रोगमुक्ति दिलाने वाली मानी जाती है।


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