Aaj Ka Panchang 26 March 2025: आज 26 मार्च 2025 चैत्र माह का दसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष तिथि द्वादशी है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक सिद्ध योग रहेगा, इसके बाद साध्य योग रहेगा। वहीं चंद्रमा दोपहर 3 बजकर 14 मिनट तक मकर राशि में रहेंगे, इसके बाद कुंभ राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से दोपहर 01 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। आज तिथि के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं। बुधवार का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। आज यानि 26 मार्च 2025 को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर पंचक शुरू हो रहे हैं, जो 30 मार्च 2025 को शाम 4 बजकर 35 मिनट तक जारी रहेंगे। ध्यान रहे कि पंचक की अवधि के दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ- 26 मार्च प्रात:काल 03:45 बजे
कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त- 27 मार्च प्रात:काल 01:42 बजे
सूर्य- मीन राशि में रहेंगे।
चंद्र- शनि और चंद्रमा का संयोग 26 मार्च को कुंभ राशि में होगा, जिससे विष योग का निर्माण होगा। यह योग कुछ राशियों के लिए शुभ साबित होगा। इन 4 राशियों को होगा फायदा-
आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो कि भगवान गणेश को समर्पित है। इसके अलावा आज पापमोचिनी एकादशी का पारण भी किया जाएगा।
26 मार्च को सिद्ध और साध्य योग बन रहा है। इन दोनों ही योगों को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज बुधवार का दिन है और साथ ही पापमोचिनी एकादशी का पारण भी किया जाएगा। आप आज भगवान गणेश की पूजा विधवत रूप से करें। साथ ही बुधवार के दिन पालक, साबुत मूंग हरे या नीले रंग के कपड़े, हरी घास, कांसे का बर्तन, हरी चूड़ियां आदि चीजों का दान करें। इससे कुंडली में बुध देव मजबूत होंगे।
आज धनिष्ठा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। साथ ही चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। आज बुधवार का दिन है। इस दिन भगवान गणेश की विधिवत रूप से पूजा करें।
दस महाविद्याओं की साधना करना बहुत ही कठिन है लेकिन यदि साधना सफल हो जाती है तो होता है चमत्कार। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता।
माता ललिता को दस महाविद्याओं की तीसरी महाविद्या माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन देवी की आराधना करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
जया एकादशी का सनातन धर्म में खास महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। जया एकादशी पर यहां दिए 5 उपायों को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और व्यक्ति को सभी तरह के कष्टों से भी मुक्ति मिलती है।
माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। बता दें कि ललिता व्रत, शरद नवरात्रि के पाँचवें दिन किया जाता है।