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3rd May 2025 Panchang (3 मई 2025 का पंचांग)

3rd May 2025 Panchang (3 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 3 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 3 May 2025: आज 03 मई 2025 वैशाख माह का इक्कीसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि षष्ठी है। आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर शूल योग रहेगा। वहीं चंद्रमा 06 बजकर 37 मिनट तक मिथुन राशि में रहेंगे और इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 08 बजकर 58 मिनट से सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज गंगा सप्तमी है। साथ ही त्रिपुष्कर योग और रवि योग का संयोग भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 03 मई 2025

  • तिथि - वैशाख शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि  
  • नक्षत्र - पुनर्वसु
  • दिन/वार - शनिवार
  • योग - शूल
  • करण - तैतिल और गर  

वैशाख शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि प्रारंभ - 02 मई सुबह 09:14 बजे 

वैशाख शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि समाप्त - 03 मई सुबह 07:51 बजे 


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र - चंद्रमा 06 बजकर 37 मिनट तक मिथुन राशि में रहेंगे और इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे।


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 39 मिनट पर 
  • सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 58 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त -  4 मई को रात्रि 12 बजकर 58 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 03 मई 2025

  • रवि योग  -  प्रात:काल 05:39 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक।
  • त्रिपुष्कर योग - सुबह 07:51 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक।
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:13 बजे से सुबह 04:56 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त -  सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक। 
  • अमृत काल- सुबह 10:13 बजे से सुबह 11:47 बजे तक। 
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02:31 बजे से दोपहर 03:25 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:56 बजे से शाम 07:18 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:58 बजे से रात्रि 08:02 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 03 मई 2025

  • राहु काल - सुबह 08:58 बजे से सुबह 10:38 बजे तक। 
  • गुलिक काल - प्रात:काल 05:39 बजे से सुबह 07:19 बजे तक। 
  • यमगंड - दोपहर 01:58 बजे से दोपहर 03:38 बजे तक। 
  • दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • आडल योग - दोपहर 12:34 बजे से 4 मई प्रात:काल 05:38 बजे तक। 
  • विडाल योग - प्रात:काल 05:39 बजे से  दोपहर 12:34 बजे तक। 


03 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • शनिवार - आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है। 
  • गंगा सप्तमी - गंगा सप्तमी देवी गंगा को समर्पित एक महत्वपूर्ण दिन है, जिसे गंगा पूजन और गंगा जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन ऋषि जाह्नु ने अपने कान से गंगा को मुक्त किया था, इसलिए इसे जाह्नु सप्तमी भी कहा जाता है। गंगा को जाह्नवी के रूप में भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है ऋषि जाह्नु की पुत्री। इस दिन भक्त देवी गंगा की पूजा करते हैं और गंगा नदी में स्नान करते हैं, जो अत्यधिक शुभ माना जाता है। गंगा सप्तमी का महत्व गंगा के पृथ्वी पर अवतरण और उसके बाद की घटनाओं से जुड़ा है, जिसमें भगवान शिव ने गंगा को अपनी जटाओं में धारण किया और बाद में ऋषि जाह्नु ने उसे अपने कान से मुक्त किया।


आज का उपाय 03 मई  2025

03 मई को शूल योग बन रहा है। शूल की पहली 5 घटी को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये प्रारम्भ की 5 घटी अच्छे मुहूर्त में वर्जित हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • शनिवार के उपाय - शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान शनि की पूजा करना शुभ माना जाता है। शनिवार के दिन काले वस्त्र धारण करने, काले तिल, काले चने और काली उड़द का दान करने से भी लाभ होता है। इसके अलावा, इस दिन शनि मंदिर में जाकर भगवान शनि की पूजा करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं।
  • गंगा सप्तमी के उपाय - गंगा सप्तमी के दिन गंगा नदी में स्नान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन गंगा माता की पूजा-अर्चना करने, उन्हें फूल, फल और दीप दान करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है। गंगा सप्तमी के दिन दान-पुण्य करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन गरीबों को भोजन, वस्त्र, और धन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्तोत्र और मंत्रों का जाप करने से विशेष लाभ होता है।


03 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज पुनर्वसु नक्षत्र है। पुनर्वसु को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से शनि देव की पूजा करने का विधान है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज गंगा सप्तमी है। साथ ही त्रिपुष्कर योग और रवि योग का संयोग भी है।


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युधिष्ठिर ने कहा-हे भगवन्! श्रावण मास के कृष्णपक्ष की एकदशी का क्या नाम और क्या माहात्म्य है सो मुझसे कहने की कृपा करें।

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