Aaj Ka Panchang: आज 5 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 5 May 2025: आज 05 मई 2025 वैशाख माह का तेईसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी है। आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर वृद्धि योग रहेगा। वहीं चंद्रमा दोपहर 02 बजकर 01 मिनट तक कर्क राशि में रहेंगे और इसके बाद सिंह राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 17 मिनट से सुबह 08 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज सीता नवमी, बगलामुखी जयंती और मासिक दुर्गाष्टमी है। साथ ही आज रवि योग का भी संयोग है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 05 मई 2025
- तिथि - वैशाख शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि
- नक्षत्र - अश्लेशा
- दिन/वार - सोमवार
- योग - वृद्धि
- करण - बव और बालव
वैशाख शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ - 04 मई सुबह 07:18 बजे
वैशाख शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त - 05 मई सुबह 07:53 बजे
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मेष राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा दोपहर 02 बजकर 01 मिनट तक कर्क राशि में रहेंगे और इसके बाद सिंह राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 37 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 59 मिनट पर
- चन्द्रोदय - दोपहर 12 बजकर 38 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 6 मई को रात्रि 02 बजकर 09 मिनट पर
आज का शुभ मुहूर्त और योग 05 मई 2025
- रवि योग - दोपहर 02:01 बजे से 6 मई प्रात:काल 05:36 बजे तक।
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:12 बजे से सुबह 04:55 बजे तक।
- अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
- अमृत काल - दोपहर 12:20 बजे से दोपहर 02:01 बजे तक।
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:32 बजे से दोपहर 03:25 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:58 बजे से शाम 07:19 बजे तक।
- संध्या मुहूर्त - शाम 06:59 बजे से रात्रि 08:03 बजे तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 05 मई 2025
- राहु काल - सुबह 07:17 बजे से सुबह 08:58 बजे तक।
- गुलिक काल - दोपहर 01:58 बजे से दोपहर 03:38 बजे तक।
- यमगंड - सुबह 10:38 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक।
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- आडल योग - दोपहर 02:01 बजे से 6 मई प्रात:काल 05:36 बजे तक।
- गण्ड मूल - पूरे दिन
05 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- सोमवार - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है।
- सीता नवमी - सीता नवमी देवी सीता के जन्म की वर्षगांठ के रूप में मनाई जाती है, जिसे सीता जयंती या जानकी नवमी भी कहा जाता है। यह वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। देवी सीता का जन्म मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र में हुआ था और उनका विवाह भगवान राम से हुआ था। सीता जयंती राम नवमी के एक माह बाद आती है। देवी सीता को जानकी भी कहा जाता है, क्योंकि वह मिथिला के राजा जनक की दत्तक पुत्री थीं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, राजा जनक ने यज्ञ के लिए भूमि जोतते समय एक स्वर्ण मंजूषा में एक बच्ची पाई थी, जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। इस दिन विवाहित स्त्रियां व्रत रखती हैं और अपने पतियों की दीर्घायु की कामना करती हैं।
- बगलामुखी जयंती - बगलामुखी जयंती वैशाख शुक्ल अष्टमी को मनाई जाती है, जो देवी बगलामुखी को समर्पित है। वह दस महाविद्याओं में से आठवीं देवी हैं और श्री कुल से संबंधित हैं। देवी बगलामुखी को पीताम्बरा और ब्रह्मास्त्र भी कहा जाता है। उनकी साधना से स्तंभन की सिद्धि प्राप्त होती है और शत्रुओं को नियंत्रित किया जा सकता है। तंत्र मार्ग के साधक वशीकरण और सम्मोहन जैसी विद्याओं के लिए भी उनकी पूजा करते हैं। सामान्य गृहस्थ भी न्यायिक विवादों में विजय और प्रतियोगिताओं में सफलता के लिए देवी बगलामुखी की आराधना कर सकते हैं। देवी बगलामुखी अपने भक्तों के शत्रुओं को स्तम्भित कर देती हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करती हैं।
- मासिक दुर्गाष्टमी - मासिक दुर्गाष्टमी हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है, जो देवी दुर्गा की पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन देवी दुर्गा की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा को लाल फूल, फल और मिठाई चढ़ाने से देवी की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्तुति या दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भी विशेष लाभ मिलता है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन व्रत रखने और देवी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है। साथ ही घर में शांति और खुशहाली बनी रहती है।
आज का उपाय 05 मई 2025
05 मई को वृद्धि योग बन रहा है। वृद्धि को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
- सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाने, बेलपत्र, धतूरा और फूल चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। सोमवार के दिन भगवान शिव के मंत्र "ऊं नमः शिवाय" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा सोमवार के दिन सफेद वस्त्र और चावल का दान करने से भी पुण्य मिलता है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख-शांति और सफलता मिलती है। साथ ही चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है।
- सीता नवमी के उपाय - सीता नवमी के दिन माता सीता की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन माता सीता को लाल फूल, फल और मिठाई चढ़ाने से देवी की कृपा प्राप्त होती है। सीता नवमी के दिन माता सीता के मंत्र "ऊं सीतायै नमः" या "ऊं जानकी देव्यै नमः" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा इस दिन तुलसी की पूजा करने और सीता राम चरितमानस या रामायण का पाठ करने से भी पुण्य मिलता है। इन उपायों को करने से माता सीता और भगवान राम की कृपा से जीवन में सुख-शांति और सफलता मिलती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में भी सुख और प्रेम बढ़ता है।
- बगलामुखी जयंती के उपाय - बगलामुखी जयंती के दिन देवी बगलामुखी की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन देवी बगलामुखी को पीले फूल, पीले फल और मिठाई चढ़ाने से देवी की कृपा प्राप्त होती है। बगलामुखी मंत्र "ऊं ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊं स्वाहा" का जप करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और वाणी में प्रभाव बढ़ता है। इस दिन पीले वस्त्र और पीले खाद्य पदार्थों का दान करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इन उपायों को करने से देवी बगलामुखी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सफलता और शत्रुओं पर विजय मिलती है।
- मासिक दुर्गाष्टमी के उपाय - मासिक दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन देवी दुर्गा को लाल फूल, फल और मिठाई चढ़ाने से देवी की कृपा प्राप्त होती है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्तुति या दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा इस दिन लाल वस्त्र और गुड़ का दान करने से भी पुण्य मिलता है। इन उपायों को करने से देवी दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है और घर में शांति और खुशहाली बनी रहती है। व्रत रखने और देवी की पूजा करने से भी विशेष लाभ मिलता है।
05 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज अश्लेशा नक्षत्र है। अश्लेशा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये बुरा माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में वर्जित है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज सीता नवमी, बगलामुखी जयंती और मासिक दुर्गाष्टमी है। साथ ही आज रवि योग का भी संयोग है।
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