Aaj Ka Panchang 24 February 2025: पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। वहीं आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। वहीं आज चंद्रमा धनु राशि में मौजूद हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से लेकर 01 बजकर 02 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल सुबह 08 बजकर 22 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 48 मिनट तक है। आज तिथि के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करें। भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति का किस्मत चमक सकता है। साथ ही आज विजया एकादशी व्रत भी है। जो भगवान विष्णु को समर्पित है। सोमवार के दिन विधिवत रूप से हरि और हर की पूजा करें। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज सोमवार के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। यह ग्रह एकाग्रता, बुद्धिमत्ता, तर्क और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है। वर्तमान में, बुध कुंभ राशि में स्थित है। जब भी बुध अपनी चाल बदलता है, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। महाशिवरात्रि से ठीक पहले, 24 फरवरी 2025 को सुबह 3:25 बजे, बुध और यम ग्रह एक-दूसरे से 45 डिग्री के कोण पर स्थित होंगे, जिससे अर्धकेंद्र योग बनेगा। इस विशेष योग के कारण कई राशियों को विशेष लाभ प्राप्त होगा और उनके रुके हुए काम भी सफलतापूर्वक पूरे होंगे।
24 फरवरी को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और सिद्धि का दिव्य संयोग है। इस दिन चंद्रमा धनु राशि और सूर्य कुंभ राशि में गोचर करते हुए शुभ योग बना रहे हैं। आज सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करें। साथ ही इस दिन विजया एकादशी का व्रत भी पूरे विधि-विधान के साथ करें। इस दिन व्रत जरूर रखें।
आज पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से व्यक्ति को हर कार्य में विजय प्राप्त होती है। इस व्रत को करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री राम ने भी रावण पर विजय पाने से पहले विजया एकादशी का व्रत किया था। विजया एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। यह व्रत व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।
साल में चार नवरात्रि पड़ती है। गुप्त नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा देवी के भक्तों के लिए बुहत खास होता है।
हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी महत्व है। ऐसे में आषाढ़ नवरात्र की शुरुआत 6 जुलाई 2024 से हो रही है जिसका समापन 15 जुलाई को होगा।
सनातन परंपरा के अनुसार पृथ्वी पर जहां-जहां सती के अंग या फिर उनसे जुड़ी चीजें वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां- वहां शक्तिपीठ बन गए।
गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।