हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि और मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। यह दोनों तिथियां भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित हैं। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है, जबकि मासिक शिवरात्रि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। आइये जानते हैं साल 2025 में महाशिवरात्रि और मासिक शिवरात्रि की तिथियां क्या है साथ ही जानेंगे इसका महत्व और पूजा विधि।
मासिक शिवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो प्रत्येक माह में एक बार आता है। इस दिन शिव भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मासिक शिवरात्रि के व्रत को बहुत प्रभावी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह पर्व बेहद खास होता है। इस दिन पूजा अर्चना करने से आपको अपनी इन्द्रियों को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है। जो शिव भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा से उपवास रखते हैं और भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना करते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है।
महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव शादी के बंधन में बंधे थे। इसलिए इस दिन माता पार्वता और भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को सुख और सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
27 जनवरी, दिन सोमवार – माघ महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 27 जनवरी को शाम 08:34 बजे से हो रही है।
26 फरवरी, दिन बुधवार – महाशिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से हो रही है।
27 मार्च, गुरुवार – चैत्र महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 27 मार्च को देर रात 11:03 बजे से हो रही है.
26 अप्रैल, शनिवार– वैशाख महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 अप्रैल, सुबह 08:27 बजे से हो रही है.
25 मई, रविवार – ज्येष्ठ महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 25 मई को दोपहर 03:51 बजे से हो रही है।
23 जून, सोमवार – आषाढ़ महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 जून को देर रात 10:09 बजे से हो रही है।
23 जुलाई, बुधवार – सावन महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 जुलाई को प्रातः 04:39 बजे से हो रही है।
21 अगस्त, गुरुवार – भाद्रपद महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 21 अगस्त को दोपहर 12:44 बजे से हो रही है।
19 सितंबर, शुक्रवार – आश्विन महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 19 सितंबर को देर रात 11:36 बजे से हो रही है।
19 अक्टूबर, रविवार – कार्तिक महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत : 19 अक्टूबर को दोपहर 01:51 बजे से हो रही है।
18 नवंबर, सोमवार – मार्गशीर्ष महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 18 नवंबर को सुबह 07:12 बजे से हो रही है।
18 दिसंबर, गुरुवार – पौष महीने की मासिक शिवरात्रि
2025 में चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 18 दिसंबर को देर रात 02:32 बजे से हो रही है।
सामग्री:
प्रभु श्रीराम हिंदू धर्म के आदर्श पुरुष और भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। उन्हें रामचन्द्र, रघुकुलनायक, और मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में भी पूजा जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के सातों दिनों में से शुक्रवार का दिन माता संतोषी को समर्पित माना जाता है। शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत उनकी व्रत कथा के बिना अधूरा माना जाता है।
सनातन हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। शनिदेव को बहुत जल्दी क्रोध आता है, और इनके क्रोध से सभी बचने की कोशिश करते हैं। माना जाता है कि इनके क्रोध से व्यक्ति पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।
रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है। सूर्यदेव को बेहद कल्याणकारी ग्रह माना गया है। ऐसे में रविवार के दिन किया जाने वाला व्रत अत्यंत फलदायी माना जाता है।