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मुंडन संस्कार शुभ मुहूर्त फरवरी 2025 ( Mundan Sanskar Shubh Muhurat February 2025 )

मुंडन संस्कार शुभ मुहूर्त फरवरी 2025 ( Mundan Sanskar Shubh Muhurat February 2025 )

फरवरी 2025 में कर रहे हैं बच्चे के मुंडन का प्लान? यहां जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


बच्चे के जन्म के बाद हिंदू परंपरा में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान किया जाता है जिसे मुंडन संस्कार कहा जाता है। यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह व्यक्ति की आत्मा की शुद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक भी है। मुंडन संस्कार बच्चे के जन्म के एक साल या तीन साल बाद किया जाता है जिसमें उसके सिर के बालों को पारंपरिक तरीके से काटा जाता है। यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। मुंडन संस्कार का उद्देश्य बच्चे के जीवन को नई दिशा देना है इसे चूड़ाकर्म संस्कार भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में वर्णित 16 संस्कारों में यह संस्कार आठवां संस्कार है अन्नप्राशन संस्कार के बाद कराया जाता है। आइए जानते हैं कि फरवरी 2025 में मुंडन मुहूर्त कब-कब हैं? 


फरवरी 2025 मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त 


हिन्दू पंचांग के अनुसार फरवरी 2025 में 4, 7, 10, 17 और 26 तारीखें मुंडन संस्कार के लिए अत्यधिक शुभ मानी जा रही हैं। इन तिथियों पर मुंडन संस्कार कराने से बच्चे के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली का वास होता है।


  • 4 फरवरी 2025, दिन: मंगलवार, नक्षत्र: अश्विनी, शुभ मुंडन मुहूर्त: सुबह 04:37 बजे से सुबह 06:38 बजे तक।
  • 7 फरवरी 2025, दिन: शुक्रवार, नक्षत्र: रोहिणी, शुभ मुंडन मुहूर्त: शाम 06:41 बजे से 8 फरवरी 2025, सुबह 07:06 बजे तक।
  • 10 फरवरी 2025, दिन: सोमवार, नक्षत्र: पुनर्वसु, शुभ मुंडन मुहूर्त: सुबह 07:03 बजे से शाम 07:00 बजे तक।
  • 17 फरवरी 2025, दिन: सोमवार, नक्षत्र: चित्रा, शुभ मुंडन मुहूर्त: सुबह 06:58 बजे से 18 फरवरी 2025, सुबह 04:56 बजे तक।
  • 26 फरवरी 2025, दिन: बुधवार, नक्षत्र: श्रवण, शुभ मुंडन मुहूर्त: सुबह 06:49 बजे से 11:11 बजे तक।


मुंडन संस्कार का महत्व 


सनातन धर्म में मुंडन संस्कार एक अनिवार्य संस्कार माना जाता है जिसे शुभ मुहूर्त में संपन्न कराया जाता है। इसका धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। 


धार्मिक महत्व


  • पापों का नाश: मुंडन संस्कार के दौरान बच्चे के सिर के बालों को काटने से उसके पिछले जन्म के पापों का नाश होता है।
  • आत्मा की शुद्धि: मुंडन संस्कार बच्चे की आत्मा की शुद्धि का प्रतीक है।
  • नई शुरुआत: मुंडन संस्कार बच्चे के जीवन की नई शुरुआत का प्रतीक है।


वैज्ञानिक महत्व


  • बालों की स्वच्छता: मुंडन संस्कार के दौरान बच्चे के सिर के बालों को काटने से उसके सिर की स्वच्छता बनी रहती है।
  • सिर की सेहत: मुंडन संस्कार बच्चे के सिर की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
  • मानसिक शांति: मुंडन संस्कार बच्चे को मानसिक शांति प्रदान करता है।

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