Aaj Ka Panchang: आज 26 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 26 August 2025: आज 26 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह का 18वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष तिथि तृतीया है, जो कि 01:54 पी एम तक तक जारी रहेगी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज मंगलवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:57 ए एम से 12:48 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 03:36 पी एम से 05:13 पी एम बजे तक रहेगा। आज हरतालिका तीज, सामवेद उपाकर्म और गौरी हब्बा जैसे प्रमुख त्योहार है। साथ ही वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 26 अगस्त 2025
- तिथि - 01:54 पी एम तक तक तृतीया। इसके बाद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - हस्त (पूर्ण रात्रि तक)
- दिन/वार - मंगलवार
- योग - साध्य (12:09 पी एम तक) शुभ
- करण - गर (01:54 पी एम तक) वणिज (02:46 ए एम, अगस्त 27 तक) विष्टी
भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि प्रारंभ - 12:34 पी एम, अगस्त 25
भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि समाप्त - 01:54 पी एम तक, अगस्त 26
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:56 ए एम
- सूर्यास्त - 06:49 पी एम
- चन्द्रोदय - 08:33 ए एम
- चन्द्रास्त - 08:29 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 26 अगस्त 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:27 ए एम से 05:12 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:57 ए एम से 12:48 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:31 पी एम से 03:23 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:49 पी एम से 07:11 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:49 पी एम से 07:56 पी एम
- अमृत काल - 11:30 पी एम से 01:15 ए एम, अगस्त 27
- रवि योग - पूरे दिन
आज का अशुभ मुहूर्त 26 अगस्त 2025
- राहु काल - 03:36 पी एम से 05:13 पी एम
- गुलिक काल - 12:23 पी एम से 01:59 पी एम
- यमगंड - 09:09 ए एम से 10:46 ए एम
- वर्ज्य - 01:01 पी एम से 02:46 पी एम
- भद्रा - 02:46 ए एम, अगस्त 27 से 05:57 ए एम, अगस्त 27
- दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
26 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है।
- हरतालिका तीज - हरतालिका तीज भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है, जिसमें महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की रेत से बनी अस्थाई मूर्तियों की पूजा करती हैं और सुखी वैवाहिक जीवन तथा संतान की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं। इस व्रत का उद्देश्य पार्वती जी की सहेलियों द्वारा उनका अपहरण कर उन्हें घने जंगल में ले जाने की कथा से जुड़ा है, ताकि उनके पिता उन्हें भगवान विष्णु से विवाह करने के लिए मजबूर न कर सकें। हरतालिका तीज की पूजा सुबह या प्रदोषकाल में की जा सकती है, जिसमें महिलाएं स्नान के बाद नए वस्त्र पहनकर शिव-पार्वती की प्रतिमा का विधिवत पूजन करती हैं और हरतालिका व्रत कथा सुनती हैं। यह त्योहार मुख्यतः उत्तर भारत में मनाया जाता है, विशेष रूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में इसे गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है, जहां महिलाएं स्वर्ण गौरी व्रत रखती हैं और माता गौरी से सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं।
- सामवेद उपाकर्म - सामवेद उपाकर्म एक वैदिक अनुष्ठान है, जिसमें ब्राह्मण श्रौत अनुष्ठान करते हैं और अपना उपनयन परिवर्तित करते हैं। तमिलनाडु में इसे अवनी अवित्तम के नाम से जाना जाता है, जिसके अगले दिन गायत्री जापम मनाया जाता है। यह अनुष्ठान ब्राह्मण जाति के लोगों द्वारा पालन किया जाता है और इसमें वेदों के अध्ययन और गायत्री मंत्र का जाप शामिल होता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जो ब्राह्मण समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है।
- गौरी हब्बा - गौरी हब्बा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो देवी पार्वती के गौरी अवतार को समर्पित है। यह त्योहार कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह पर्व गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले आता है, जब देवी गौरी की पूजा की जाती है। महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए स्वर्ण गौरी व्रत रखती हैं और माता गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन को महाराष्ट्र और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में हरतालिका तीज के रूप में भी जाना जाता है। अगले दिन भगवान गणेश का आगमन होता है, जो माता गौरी के पुत्र के रूप में पूजे जाते हैं। गौरी हब्बा का यह त्योहार देवी पार्वती के सुंदर और गौरवशाली रूप को मनाने के लिए मनाया जाता है।
26 अगस्त 2025/आज के उपाय
- मंगलवार के उपाय - मंगलवार के दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह की पूजा करने से जीवन में साहस, ऊर्जा और सफलता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान हनुमान को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। मंगलवार के उपायों में हनुमान चालीसा का पाठ करना, मंगल मंत्रों का जाप करना और भगवान हनुमान की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से मंगल ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। मंगलवार के दिन विशेष रूप से लाल वस्त्र, मसूर की दाल और गुड़ का दान करना लाभदायक होता है।