Aaj Ka Panchang: आज 27 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 27 August 2025: आज 27 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह का 19वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष तिथि चतुर्थी है, जो कि 03:44 पी एम तक जारी रहेगी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज बुधवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 07:21 पी एम तक कन्या राशि में रहेंगे। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल 12:22 पी एम से 01:59 पी एम बजे तक रहेगा। आज गणेश चतुर्थी, मलयालम विनायक चतुर्थी, विनायक चतुर्थी जैसे प्रमुख त्योहार है। साथ ही वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 27 अगस्त 2025
- तिथि - 03:44 पी एम तक तक चतुर्थी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - हस्त (06:04 ए एम तक) चित्रा
- दिन/वार - बुधवार
- योग - शुभ (12:35 पी एम तक) शुक्ल
- करण - विष्टि (03:44 पी एम) बव (04:48 ए एम, अगस्त 28 तक) बालव
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ - 01:54 पी एम तक, अगस्त 26
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि समाप्त - 03:44 पी एम , अगस्त 27
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा 07:21 पी एम तक कन्या राशि में रहेंगे। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:57 ए एम
- सूर्यास्त - 06:48 पी एम
- चन्द्रोदय - 09:28 ए एम
- चन्द्रास्त - 08:57 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 27 अगस्त 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:28 ए एम से 05:12 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
- विजय मुहूर्त - 02:31 पी एम से 03:22 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:48 पी एम से 07:10 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:48 पी एम से 07:55 पी एम
- अमृत काल - 01:37 ए एम, अगस्त 28 से 03:24 ए एम, अगस्त 28
- रवि योग - 05:57 ए एम से 06:04 ए एम
- सर्वार्थ सिद्धि योग - 05:57 ए एम से 06:04 ए एम
आज का अशुभ मुहूर्त 27 अगस्त 2025
- राहु काल - 12:22 पी एम से 01:59 पी एम
- गुलिक काल - 10:46 ए एम से 12:22 पी एम
- यमगंड - 07:33 ए एम से 09:09 ए एम
- वर्ज्य - 02:57 पी एम से 04:44 पी एम
- भद्रा - 05:57 ए एम से 03:44 पी एम
- दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
27 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- बुधवार का व्रत- आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
- गणेश चतुर्थी - गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन का उत्सव है, जो बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजे जाते हैं। यह त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है और 10 दिनों तक चलता है, जिसका समापन अनन्त चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के साथ होता है। इस दिन भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन बड़े धूमधाम से किया जाता है। गणेश पूजा के लिए मध्याह्न काल सबसे उपयुक्त माना जाता है, जिसमें भक्त विधि-विधान से गणेश पूजा करते हैं। हालांकि, इस दिन चन्द्र-दर्शन वर्जित है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे मिथ्या दोष लगता है और चोरी का झूठा आरोप सहना पड़ सकता है। यदि भूल से चन्द्रमा के दर्शन हो जाएं तो मिथ्या दोष से बचाव के लिए विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए।
- मलयालम विनायक चतुर्थी - केरल में गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है और इसे चिंगम मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। चिंगम मलयालम कैलेंडर का पहला महीना है और यह अन्य कैलेंडरों में सिंह सौर माह के समकक्ष होता है। विनायक चतुर्थी की तिथि अन्य राज्यों में मनाई जाने वाली गणेश चतुर्थी से अलग हो सकती है, क्योंकि केरल में एक अलग नियम का पालन किया जाता है। कभी-कभी यह एक महीने पहले भी मनाया जा सकता है, जैसे कि 2004, 2012 और 2015 में हुआ था। इस प्रकार, विनायक चतुर्थी की तिथि अन्य क्षेत्रों की गणेश चतुर्थी से भिन्न हो सकती है।
- विनायक चतुर्थी - विनायक चतुर्थी हर महीने में दो बार आती है - एक शुक्ल पक्ष में जिसे विनायक चतुर्थी कहते हैं और दूसरी कृष्ण पक्ष में जिसे संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। विनायक चतुर्थी भगवान गणेश की तिथि है और इस दिन भगवान गणेश को ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देने वाला माना जाता है। भाद्रपद महीने में पड़ने वाली विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है, जो भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। विनायक चतुर्थी की पूजा दोपहर में मध्याह्न काल के दौरान की जाती है और इस दिन उपवास करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है। विनायक चतुर्थी का दिन शहर की भौगोलिक स्थिति पर निर्भर करता है और इसलिए अलग-अलग शहरों में यह अलग-अलग दिन हो सकता है।
27 अगस्त 2025/आज के उपाय
- बुधवार के उपाय - बुधवार के दिन भगवान गणेश और बुध ग्रह की पूजा करने से जीवन में बुद्धि, विवेक और सफलता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा, मोदक और हरे वस्त्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। बुधवार के उपायों में गणेश मंत्रों का जाप करना, बुध स्तोत्र का पाठ करना और भगवान गणेश की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से बुध ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। बुधवार के दिन विशेष रूप से हरे वस्त्र, मूंग की दाल और फल का दान करना लाभदायक होता है।
- विनायक चतुर्थी के उपाय - विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और आराधना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करके आप अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति को दूर्वा चढ़ाना, मोदक अर्पित करना और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है। इसके अलावा, इस दिन गरीबों को दान देना और ब्राह्मणों को भोजन कराना भी पुण्यदायी माना जाता है। इन उपायों को करके आप भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।