Aaj Ka Panchang: आज 15 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 15 July 2025: आज 15 जुलाई 2025 को श्रावण माह का पांचवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, श्रावण माह के कृष्ण पक्ष तिथि पंचमी है। आज मंगलवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा 11:58 पी एम बजे तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:59 ए एम से 12:55 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 03:54 पी एम से 05:37 पी एम बजे तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित होता है। आज प्रथम मंगला गौरी व्रत है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 15 जुलाई 2025
- तिथि - पंचमी
- नक्षत्र - शतभिषा
- दिन/वार - मंगलवार
- योग - सौभाग्य
- करण - कौलव और तैतिल
श्रावण कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ - 11:59 पी एम, जुलाई
श्रावण कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि समाप्त - 10:38 पी एम तक
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - मिथुन राशि
- चंद्र - चंद्रमा 11:58 पी एम बजे तक कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:33 ए एम
- सूर्यास्त - 07:21 पी एम
- चन्द्रोदय - 10:26 पी एम
- चन्द्रास्त - 09:45 ए एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 15 जुलाई 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:12 ए एम से 04:52 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:59 ए एम से 12:55 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:45 पी एम से 03:40 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 07:19 पी एम से 07:40 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 07:21 पी एम से 08:22 पी एम
आज का अशुभ मुहूर्त 15 जुलाई 2025
- विडाल योग - 06:26 ए एम से 05:34 ए एम, जुलाई 16
- राहु काल - 03:54 पी एम से 05:37 पी एम
- गुलिक काल - 12:27 पी एम से 02:10 पी एम
- यमगंड - 09:00 ए एम से 10:44 ए एम
- दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- वर्ज्य - 12:39 पी एम से 02:13 पी एम
- पंचक - पूरे दिन
15 जुलाई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- मंगलवार का व्रत - आज आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो हनुमान जी को समर्पित है।
- प्रथम मंगला गौरी व्रत - श्रावण मास भगवान शिव और माता गौरी को समर्पित एक पवित्र महीना है, जिसमें भक्त व्रत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। इस मास में श्रावण सोमवार और मंगला गौरी जैसे महत्वपूर्ण व्रत किए जाते हैं। मंगला गौरी व्रत श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को विवाहित स्त्रियों द्वारा किया जाता है, जो सुखी वैवाहिक जीवन के लिए माता गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। श्रावण मास की शुरुआत के समय में क्षेत्रों के आधार पर पन्द्रह दिनों का अंतर हो सकता है, जो पूर्णिमान्त और अमान्त चन्द्र कैलेण्डर के पालन के कारण होता है। उत्तर भारत में पूर्णिमान्त कैलेण्डर का पालन किया जाता है, जबकि दक्षिण और पश्चिम भारत में अमान्त कैलेण्डर का पालन किया जाता है, जिससे सावन सोमवार की तारीखें अलग-अलग हो सकती हैं।
15 जुलाई 2025/आज के उपाय
- मंगलवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मानसिक स्थिरता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाना, बिल्व पत्र अर्पित करना और रुद्राभिषेक करना शुभ माना जाता है। सोमवार के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, शिव स्तुति का पाठ करना और व्रत रखना शामिल है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं। सोमवार के दिन चंद्रमा को मजबूत करने के लिए दूध और चावल का दान करना भी लाभदायक होता है।
- प्रथम मंगला गौरी व्रत के उपाय - प्रथम मंगला गौरी व्रत के दिन माता पार्वती की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन माता पार्वती को श्रृंगार सामग्री अर्पित करना, फूल और फल चढ़ाना शुभ माना जाता है। प्रथम मंगला गौरी व्रत के उपायों में माता पार्वती की आराधना करना, व्रत रखना और मंगला गौरी स्तोत्र का पाठ करना शामिल है। इन उपायों को करने से माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं। इस व्रत को करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।