Aaj Ka Panchang: आज 23 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह
Aaj Ka Panchang 23 August 2025: आज 23 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह का 15वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष तिथि अमावस्या है, जो कि 11:35 ए एम तक जारी रहेगी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज शनिवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव और चंद्रमा दोनों सिंह राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:49 पी एम बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 09:09 ए एम से 10:46 ए एम बजे तक रहेगा। आज पोला, वृषभोत्सव और भाद्रपद अमावस्या है। साथ ही वार के हिसाब से आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
आज का पंचांग 23 अगस्त 2025
- तिथि - 11:35 ए एम तक अमावस्या। इसके बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।
- नक्षत्र - मघा (12:54 ए एम, अगस्त 24 तक) पूर्वाफाल्गुनी
- दिन/वार - शनिवार
- योग - परिघ ( 01:20 पी एम तक) शिव
- करण - नाग (11:35 ए एम तक) किंस्तुघ्न (11:37 पी एम तक) बव
भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि प्रारंभ - 11:55 ए एम, अगस्त 22
भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि समाप्त - 11:35 ए एम, अगस्त 23
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
- चंद्र - चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे।
सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त
- सूर्योदय - 05:55 ए एम
- सूर्यास्त - 06:52 पी एम
- चन्द्रोदय - चन्द्रोदय नहीं
- चन्द्रास्त - 07:04 पी एम
आज का शुभ मुहूर्त और योग 23 अगस्त 2025
- ब्रह्म मुहूर्त - 04:26 ए एम से 05:10 ए एम
- अभिजीत मुहूर्त - 11:58 ए एम से 12:49 पी एम
- विजय मुहूर्त - 02:33 पी एम से 03:25 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त - 06:52 पी एम से 07:14 पी एम
- संध्या मुहूर्त - 06:52 पी एम से 07:59 पी एम
- अमृत काल - 10:27 पी एम से 12:05 ए एम, अगस्त 24
आज का अशुभ मुहूर्त 23 अगस्त 2025
- राहु काल - 09:09 ए एम से 10:46 ए एम
- गुलिक काल - 05:55 ए एम से 07:32 ए एम
- यमगंड - 02:01 पी एम से 03:38 पी एम
- वर्ज्य - 12:35 पी एम से 02:14 पी एम
- आडल योग - 12:54 ए एम, अगस्त 24 से 05:55 ए एम, अगस्त 24
- गण्ड मूल - 05:55 ए एम से 12:54 ए एम, अगस्त 24
- दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
23 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत
- शनिवार का व्रत - आज आप शनिवार का व्रत रख सकते हैं, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है।
- भाद्रपद अमावस्या - भाद्रपद अमावस्या हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखती है, क्योंकि इस दिन पितरों की आत्म शांति के लिए दान-पुण्य और काल-सर्प दोष निवारण के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान श्री कृष्ण की भक्ति का महीना होने के कारण इस अमावस्या का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन धार्मिक कार्यों के लिए कुशा एकत्रित की जाती है, जिसे पुण्य फलदायी माना जाता है। कुशा का उपयोग श्राद्ध कर्म और अन्य धार्मिक कार्यों में किया जाता है, और इसे इस दिन एकत्रित करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
- वृषभोत्सव - वृषभोत्सव हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान शिव के वाहन नंदी बैल को समर्पित है। यह त्योहार आमतौर पर अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत में कृष्ण पक्ष के दौरान मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव और नंदी की विशेष पूजा करते हैं, जिससे उन्हें उनकी कृपा प्राप्त हो सके। इसके अलावा, भक्त उपवास रखते हैं और दान-पुण्य करके भगवान को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। किसान विशेष रूप से इस दिन का महत्व समझते हैं और भगवान की कृपा से अच्छी फसल की कामना करते हैं।
23 अगस्त 2025/आज के उपाय
- शनिवार के उपाय - शनिवार के दिन भगवान शनि और हनुमान की पूजा करने से जीवन में शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शनि को तेल, काले तिल और काले वस्त्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। शनिवार के उपायों में हनुमान चालीसा का पाठ करना, शनि मंत्रों का जाप करना और भगवान शनि की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से शनि ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। शनिवार के दिन विशेष रूप से काले वस्त्र, उड़द की दाल और तेल का दान करना लाभदायक होता है।
- भाद्रपद अमावस्या के उपाय - भाद्रपद अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपाय करके आप अपने जीवन की समस्याओं का समाधान पा सकते हैं और पितरों की आत्म शांति के लिए पुण्य कमा सकते हैं। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करके पितरों को तर्पण देना और दान-पुण्य करना लाभदायक होता है। इसके अलावा, इस दिन कुशा एकत्रित करके धार्मिक कार्यों में इसका उपयोग करना पुण्य फलदायी माना जाता है। आप इस दिन भगवान विष्णु या भगवान शिव की पूजा करके उनकी कृपा प्राप्त करने का प्रयास भी कर सकते हैं। इन उपायों को करने से आपको शांति और समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।