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28 August 2025 Panchang (28 अगस्त 2025 का पंचांग)

28 August 2025 Panchang (28 अगस्त 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 28 अगस्त 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह

Aaj Ka Panchang 28 August 2025: आज 28 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह का 20वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष तिथि पंचमी है, जो कि 05:56 पी एम तक तक जारी रहेगी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि लग जाएगी। बता दें कि आज गुरूवार का दिन है। इस दिन सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:56 ए एम से 12:48 पी एम बजे तक है। इस दिन राहुकाल 01:58 पी एम से 03:35 पी एम बजे तक रहेगा। आज ऋषि पंचमी, संवत्सरी पर्व, स्कन्द षष्ठी जैसे प्रमुख त्योहार है। साथ ही वार के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 28 अगस्त 2025

  • तिथि - 05:56 पी एम तक पंचमी। इसके बाद शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि लग जाएगी।
  • नक्षत्र - चित्रा (08:43 ए एम तक) स्वाती
  • दिन/वार - गुरूवार
  • योग - शुक्ल (01:18 पी एम तक) ब्रह्म
  • करण - बालव (05:56 पी एम तक) कौलव (पूर्ण रात्रि तक) 

भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ - 03:44 पी एम , अगस्त 27

भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समाप्त - 05:56 पी एम , अगस्त 28

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव सिंह राशि में रहेंगे।
  • चंद्र - चंद्रमा तुला राशि में गोचर करेंगे।

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - 05:57 ए एम
  • सूर्यास्त - 06:47 पी एम
  • चन्द्रोदय - 10:22 ए एम
  • चन्द्रास्त - 09:27 पी एम

आज का शुभ मुहूर्त और योग 28 अगस्त 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त - 04:28 ए एम से 05:12 ए एम
  • अभिजीत मुहूर्त - 11:56 ए एम से 12:48 पी एम
  • विजय मुहूर्त - 02:30 पी एम से 03:22 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त - 06:47 पी एम से 07:09 पी एम
  • संध्या मुहूर्त - 06:47 पी एम से 07:54 पी एम
  • अमृत काल - 01:46 ए एम, अगस्त 29 से 03:34 ए एम, अगस्त 29
  • रवि योग - 08:43 ए एम से 05:58 ए एम, अगस्त 29

आज का अशुभ मुहूर्त 28 अगस्त 2025

  • राहु काल - 01:58 पी एम से 03:35 पी एम
  • गुलिक काल - 09:10 ए एम से 10:46 ए एम
  • यमगंड - 05:57 ए एम से 07:33 ए एम
  • वर्ज्य - 03:00 पी एम से 04:48 पी एम
  • दिशाशूल - दक्षिण, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।

28 अगस्त 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • गुरूवार का व्रत - आज आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। 
  • ऋषि पंचमी - ऋषि पंचमी भाद्रपद शुक्ल पंचमी को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो हरतालिका तीज के दो दिन बाद और गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद आता है। यह व्रत सप्त ऋषियों को श्रद्धांजलि देने और रजस्वला दोष से शुद्धि प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है। हिंदू धर्म में पवित्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है और शरीर एवं आत्मा की पवित्रता बनाए रखने के लिए कठोर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। ऋषि पंचमी व्रत विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है और इसका उद्देश्य रजस्वला दोष से मुक्ति प्राप्त करना है। यह व्रत नेपाली हिंदुओं में अधिक लोकप्रिय है और कुछ क्षेत्रों में तीन दिवसीय हरतालिका तीज व्रत का समापन ऋषि पंचमी पर होता है।
  • स्कंद षष्ठी - स्कन्द षष्ठी भगवान स्कन्द, जो भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र हैं, को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। इस व्रत के लिए षष्ठी तिथि का विशेष महत्व है, खासकर जब यह पञ्चमी तिथि के साथ मिलती है। स्कन्द षष्ठी को कन्द षष्ठी भी कहा जाता है और तमिलनाडु में भगवान मुरुगन के कई मन्दिर इस व्रत के लिए विशेष नियमों का पालन करते हैं। कार्तिक चन्द्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिसमें श्रद्धालु छह दिनों का उपवास करते हैं जो सूरसम्हाराम तक चलता है। इसके बाद तिरु कल्याणम और सुब्रहमन्य षष्ठी मनाई जाती है, जो भगवान स्कन्द की पूजा के महत्वपूर्ण दिन हैं।

28 अगस्त 2025/आज के उपाय 

  • गुरूवार के उपाय - गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति और विष्णु की पूजा करने से जीवन में ज्ञान, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, हल्दी और पीले फल अर्पित करना शुभ माना जाता है। गुरुवार के उपायों में विष्णु मंत्रों का जाप करना, बृहस्पति स्तोत्र का पाठ करना और भगवान विष्णु की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से बृहस्पति ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। गुरुवार के दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र, चने की दाल और पीले फल का दान करना लाभदायक होता है।

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